धनबाद : न्यू मटकुरिया रेलवे कॉलोनी निवासी रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर फायरिंग के मामले में रविवार को एसओजी की टीम ने गोधर निवासी राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. राजेश को पुलिस काफी दिनों से खोज रही थी. रविवार शाम करीब चार बजे वह राजेश गोधर एसबीआइ एटीएम के पास खड़ा था. सूचना पर पहुंची एसओजी की टीम को देखते ही वह भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन चारों ओर से घेर कर दबोच लिया गया. राजेश के पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई है.
बताया जाता है कि राजेश चौहान अभी भी गैग्स ऑफ वासेपुर के लोगों से जुड़ा था. गैंग्स्टर फहीम खान के भांजे प्रिंस खान, प्रिंस के दोस्त ऋृतिक के साथ वह जमीन व्यवसाय में जुड़ा था. रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के चचेरे भाई पिंटू सिंह, प्रिंस खान व ऋृतिक के साथ राजेश भी उपेंद्र सिंह गोलीकांड में नामजद है. इस कांड के बाद वह फरार हो गया था. इस कांड के सभी आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. राजेश चौहान पूर्व में सूरज सिंह गैंग से जुड़ा था. इससे पहले भी एक बार उसकी गिरफ्तारी हुई थी, जब वह रांची वासेपुर के साबिर की हत्या करने गया था. इस मामले में वह बेल पर बाहर था.
बैंक मोड़ पुलिस ने की थी फायरिंग: 14 जनवरी 2018 को न्यू मटकुरिया रेलवे कॉलोनी में राजेश चौहान को पकड़ने के लिए बैंक मोड़ पुलिस ने फायरिंग की थी. इसके बाद भी राजेश चौहान वहां से भागने में सफल हो गया था. पुलिस की ओर से तीन गोलियां चलायी गयी थीं. राजेश चौहान पिंटू सिंह के साथ एसयूवी गाड़ी में बैठा था. पुलिस के फायरिंग के बाद दोनों तेजी से गाड़ी लेकर फरार हो गये थे.
उपेंद्र गोली कांड के बाद भाग गया था नेपाल: 22 मार्च 2018 को रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर गोली चलाने के बाद राजेश चौहान नेपाल भाग गया था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार वह एक सप्ताह से धनबाद में आकर रह रहा था. इससे पूर्व बैंक मोड़ पुलिस ने राजेश चौहान के घर में कुर्की जब्ती की थी. पुलिस के सूत्रों ने राजेश चौहान की पुष्टि की, जिसके बाद एसओजी की टीम ने उसे पकड़ लिया. पुलिस के अनुसार लोयाबाद, केंदुआडीह, बैंक मोड़, पुटकी थानों में राजेश पर आठ केस चल रहे हैं.