अशोक कुमार, धनबाद : इंटरनेट क्रांति के आज के दौर में विश्वव्यापी कई सर्च इंजन हैं. भारत में हिंदी भाषा में एकमात्र सर्च इंजन वेबदुनिया.कॉम को छोड़ दें, तो आज तक किसी और ने विशेष सफलता हासिल नहीं की. सर्च इंजन गूगल और याहू की मौजूदगी में देशी सर्च इंजन लेकर आना सचमुच में किसी चुनौती से कम नहीं है.
धनबाद के लोहारकुल्ही निवासी मिश्रा बंधु सागर मिश्रा व वरुण मिश्रा ने इस चुनौती को स्वीकार किया. नतीजे की बिना परवाह किये दोनों ने वह कर दिखाया, जो उनके जैसे युवाओं के लिए एक उदाहरण है. सागर और वरुण ने सर्च इंजन का देशी वर्जन 13टैब्स.कॉम लांच किया, जो लोगों की जरूरतें पूरी कर पलक झपकते जानकारी मुहैया करा रहा है.
वरुण कहते हैं, ‘सर्च इंजन तैयार करना एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है. काफी समय लगता है. सॉफ्टवेयर की अच्छी जानकारी का भी होना आवश्यक है,’ कहते हैं, ‘दुनिया भर में मौजूद गिनती के सर्च इंजनों में यह एक नया नाम है.’ तीन साल पहले वर्ष 2016 में दोनों इंजीनियर भाइयों ने अपनी कल्पना को मूर्त रूप देना शुरू किया था. इसी वर्ष 13टैब्स.कॉम का शुरुआती अल्फा वर्जन लांच किया. अब तो बीटा वर्जन यानी दूसरा चरण भी लांच कर चुके हैं.
- गूगल के जमाने में 59 देशों के लोग देशी सर्च इंजन का कर रहे प्रयोग
- वर्ष 2016 में लांच किया था अल्फा वर्जन, हर डाटा सुरक्षित होने का दावा
कौन हैं मिश्रा बंधु
मिश्रा बंधु इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में बी.टेक. हैं. बड़े भाई सागर मिश्रा ने बालाजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, जयपुर से वर्ष 2010 में बी.टेक. किया. छोटे वरुण मिश्रा ने माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी, जम्मू से वर्ष 2013 में बी.टेक. इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्यूनिकेशन में किया. सागर ने बी.टेक. करने के बाद ही सर्च इंजन पर कार्य शुरू कर दिया था.
बाद के दिनों में वरुण भी प्रोजेक्ट से जुड़ गये. सागर पूरी तरह इस प्रोजेक्ट से जुड़े हैं. वहीं वरुण एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर प्रोग्राम इंजीनियर कार्यरत हैं. खाली समय में वह अपने बड़े भाई की मदद करते हैं. इनके पिता एसके मिश्रा सेल में अधिकारी हैं.
जानकारी के लिए 35 लाख बार सर्च
59 देशों के लोग 13टैब्स.कॉम को जानकारी हासिल करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. सागर कहते हैं, ‘हमारे सर्च इंजन का इस्तेमाल ब्राजील, अर्जेंटीना, पेरू, यूएसए, कनाडा के साथ यूरोपीय देशों के नागरिक कर रहे हैं.
अब तक 35 लाख बार जानकारियां सर्च की जा चुकी हैं.’ सागर इसे काफी उत्साहवर्धक मानते हैं. कहते हैं, ‘अब 13टैब्स.कॉम में कई आइटी कंपनियां रुचि लेने लगी हैं. इस कड़ी में सबसे बड़ा नाम याहू है. अब याहू सर्च इंजन की मार्केटिंग को सपोर्ट दे रहा है. हमारा प्रोजेक्ट सफलता की उड़ान भर रहा है.’
समाचार व टूर एंड ट्रेवल का भी विकल्प
13टैब्स.कॉम पर दो तरह के सर्च विकल्प उपलब्ध हैं. पहले विकल्प में कोई भी व्यक्ति किसी भी चीज का सर्च कर सकता है. दूसरे विकल्प में समाचार और टूर एंड ट्रेवल्स से संबंधित जानकारी हासिल कर सकता है. समाचार सेगमेंट पर क्लिक करते ही कई न्यूज चैनल के साथ देश के जाने-माने अखबारों के लिंक भी उपलब्ध हो जाते हैं.
टूर एंड ट्रेवल्स सेगमेंट में भारत के बड़े टूरिस्ट केंद्रों पर सबसे सस्ती दर पर उपलब्ध होटलों की जानकारी मिलती है. सागर मिश्रा कहते हैं, ’13टैब्स को और बेहतर बनाने पर काम चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम से भी जुड़ना है, ‘ कहते हैं, ‘यहां के स्कूली बच्चों को सॉफ्टवेयर की जानकारी दी जायेगी. हम युवाओं के लिए भी प्रोग्राम शुरू करेंगे, जिससे कि वह इंटरनेट और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के जरिये कमाई कर सकें.’
यूजर का डाटा सुरक्षित होने का दावा
13टैब्स.कॉम सर्च इंजन के डेवलपर मिश्रा बंधु का कहना है कि यह कई मायनों में गूगल से काफी अलग है. यह आपकी डाटा को काफी सुरक्षित रखता है, न कि जानकारी किसी के साथ साझा करता है. यहां तक कि आप इंटरनेट पर क्या सर्च कर रहे हैं, इसकी जानकारी भी किसी अन्य को नहीं देता है.
दूसरे सर्च इंजन आपके सर्च किये कंटेंट की जानकारी उससे मिलती-जुलती किसी दूसरी कंपनी को बेचते हैं. इसके बाद आपके फेवरेट लिस्ट में इनसे मिलते-जुलते कंटेंट का नोटिफिकेशन आने लगता है और आप परेशान हो जाते हैं. 13टैब्स का इस्तेमाल इस तरह की परेशानियों से दूर रखता है.