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धनबाद : अपनी पूरी पेंशन की राशि खेल पर खर्च करती हैं मनु ताई
धनबाद : महाराष्ट्र के संघली से आयी मनु ताई (80) अपनी पूरी पेंशन की राशि खेल पर खर्च करती हैं. साल भर जितनी भी राशि उनके खाते में जमा होती है, उसे वह एक ही बार निकालती हैं और जो गरीब खिलाड़ी हैं या जिन्हें खेलने में कोई आर्थिक परेशानी आ रही है तो उसे […]
धनबाद : महाराष्ट्र के संघली से आयी मनु ताई (80) अपनी पूरी पेंशन की राशि खेल पर खर्च करती हैं. साल भर जितनी भी राशि उनके खाते में जमा होती है, उसे वह एक ही बार निकालती हैं और जो गरीब खिलाड़ी हैं या जिन्हें खेलने में कोई आर्थिक परेशानी आ रही है तो उसे मदद करती हैं.
इनके पति मारुति पाटिल (स्व.) जेवलिन के राष्ट्रीय खिलाड़ी थे. इनके पांच पुत्र कुमार पाटिल, मधुकर पाटिल, नंद पाटिल, राजेंद्र पाटिल व गजानंद पाटिल भी अलग-अलग खेलों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नाम रौशन कर रहे हैं.
जीजा माता पुरस्कार से हुईं सम्मानित : मनु ताई मराठी भाषा बोलती हैं. उन्हें हिंदी की बहुत ज्यादा समझ नहीं हैं, बावजूद उन्होंने कई बातें बतायीं. बताया कि क्रीड़ा भारती का दूसरा राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में आयोजित हुआ था, उस दौरान उन्हें जीजा माता पुरस्कार मिला. वर्ष 2013 में भी उन्हें यह पुरस्कार महाराष्ट्र में दिया गया था. उनका कहना है कि कई खिलाड़ी हैं जो पैसे के अभाव में खेल नहीं पाते, मेरा थोड़ा सा प्रयास है कि ऐसे खिलाड़ियों की मदद कर सकूं, ताकि वे देश का नाम रौशन करें.
राष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी डॉ आध्या ने की शिरकत : कर्नाटक बेलगांव से डॉ आध्या सिंह राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत करने आयीं. बताया कि वह पेशे से डॉक्टर हैं और राष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी हैं.
क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए उनके पास निमंत्रण अाया था. कहा कि यहां आने के बाद बहुत अच्छा लगा. अब मैं क्रीड़ा भारती के प्रत्येक अधिवेशन में हिस्सा लूंगी. आध्या ने बताया कि उनके माता-पिता अरुणाचल प्रदेश में रहते हैं, जबकि इनका पैतृक घर उत्तर प्रदेश के बलिया में है.
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