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त्रिपक्षीय वार्ता के बाद सीपीपी के मजदूरों का ‘घेरा डालो-डेरा डालो’ आंदोलन स्थगित, पांच माह का बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर 15 दिनों से धरना पर बैठे थे मजदूर
कथारा : कथारा सीपीपी के मजदूरों के पांच माह का बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर कथारा जीएम कार्यालय में चल ‘रहे घेरा डालो-डेरा डालो’ आंदोलन 15वें दिन सोमवार को त्रिपक्षीय वार्ता के बाद स्थगित हो गया. बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन की अध्यक्षता में सीसीएल प्रबंधन, प्रशासन और मजदूर प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई. […]
कथारा : कथारा सीपीपी के मजदूरों के पांच माह का बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर कथारा जीएम कार्यालय में चल ‘रहे घेरा डालो-डेरा डालो’ आंदोलन 15वें दिन सोमवार को त्रिपक्षीय वार्ता के बाद स्थगित हो गया. बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन की अध्यक्षता में सीसीएल प्रबंधन, प्रशासन और मजदूर प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई.
कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन ने लिखित दिया कि 15 दिनों के अंदर सीपीपी द्वारा मजदूरों का बकाया वेतन भुगतान नहीं किया गया तो सीसीएल के पास जमा उक्त कंपनी के 40 लाख रुपया से मजदूरों का भुगतान किया जायेगा. इस पर मजदूर प्रतिनिधि राजी हुए और आंदोलन स्थगित कर दिया गया.
वार्ता में अनुमंडल पदाधिकारी प्रेम रंजन, जीएम एके चौबे, एसओपी ओपी सिंह, मजदूर प्रतिनिधियों में पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, ठेकेदार मजदुर यूनियन के महासचिव इफ्तेखार महमूद, प्रदीप मुंडा, दीपक रॉबर्ट, विनोद यादव, दीप कमल चौहान, मो फिरोज, अब्दुल अंसारी, पप्पू अंसारी, मो जहांगीर, नजरूल अंसारी, हसन अंसारी आदि उपस्थित थे.
इससे पूर्व धरना में भाकपा के राज्य सचिव एवं हजारीबाग के पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि मजदूरों का बकाया वेतन का भुगतान नहीं करना घोर अन्याय है. राज्य में मजदूरों, किसानों के साथ अन्याय हो रहा है. हत्याएं हो रही है. राज्य में जान की कोई कीमत नहीं है. इसके बावजूद सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है.
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