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मामा ने गैंग्स ऑफ वासेपुर के शूटरों से करायी थी रंजय सिंह की हत्या
धनबाद : आरा से गिरफ्तार नंद कुमार सिंह उर्फ रूना सिंह उर्फ बबलू मामा ने शुक्रवार को पुलिस को बताया कि उसने विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह की हत्या के लिए गैंग्स ऑफ वासेपुर के दो शूटरों को हायर किया था. गैंग्स ऑफ वासेपुर के गोपी खान के शूटरों ने ही गोली चलायी […]
धनबाद : आरा से गिरफ्तार नंद कुमार सिंह उर्फ रूना सिंह उर्फ बबलू मामा ने शुक्रवार को पुलिस को बताया कि उसने विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह की हत्या के लिए गैंग्स ऑफ वासेपुर के दो शूटरों को हायर किया था. गैंग्स ऑफ वासेपुर के गोपी खान के शूटरों ने ही गोली चलायी थी.
गोली मारने के बाद दोनों शूटर बाइक लेकर वासेपुर चले गये. हथियार भी शूटरों के पास ही है. मामा ने धनबाद व आरा पुलिस की संयुक्त पूछताछ में आरा में और कई राज खोले, हालांकि पुलिस को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है.
जोश में आकर दिया था घटना को अंजाम : मामा का कहना है कि रंजय ने नया फॉर्च्यूनर कार से उसकी लाल रंग की बाइक में धक्का मार दिया था. धक्का मारने के बाद वह बाइक समेत गिर गया था.रंजय कार से उतर उसे धमकाया और औकात में रहने की धमकी दी. पिस्टल सटा दिया था. उसने पिस्टल सटाकर काफी-गाली-गलौज की थी और जान मारने की धमकी दी थी. इसी गुस्से में उसने जोश में आकर उसकी हत्या की योजना बनायी और वासेपुर से दो शूटर बुलवाया.
तीनों हेलमेट पहन रंजय की रेकी करते रहे. रंजय को चाणक्य नगर मोड़ पर पिस्टल से चार गोलियां मार दी. गोली मार कर वे लोग भाग निकले. रंजय के साथ स्कूटी पर बैठा राजा यादव को केस का वादी व एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी गवाह है, उसने कहा है कि बाइक सवार दो लोग गोली चला रहे थे. अब गोली चलाने में शूटर का नाम आ रहा है. शूटर कौन थे, हत्या में प्रयुक्त हथियार कहां है इसकी जानकारी भी मामा ने पुलिस को दे दी है.
मामा के बयान पर पुलिस को है संदेह
मामा के बयान पर पुलिस को संदेह है. पुलिस का मानना है कि मामा ऐसा बयान से उसे संरक्षण देने वाले भांजों को बचा रहा है. सुनियोजित तरीके से वह घटना के बारे में पुलिस को बता रहा है. वैसे मामा ने हत्या की योजना, योजना में शामिल शूटर व हथियार के बारे में जो जानकारी दी है, उसका सत्यापन किया जा रहा है. मामा शॉर्प शूटर है और धनबाद में दो दशक से रहा है. वह धनबाद ही नहीं, रांची व जमशेदपुर पुलिस के अापराधिक रिकार्ड में आरोपित है. घटना को अंजाम देकर फरार रहने में मामा माहिर है.
षडयंत्रकारियों को बचाने की योजना
मामा के बयान पर पुलिस को विश्वास नहीं है. मामा ने अपनी दुश्मनी के कारण रंजय की हत्या की बात पुलिस को बतायी है, लेकिन अब सवाल उठता है कि मामा धनबाद में शूटर हायर कर हत्या करवा सकता है. इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि मामा खुद शूटर है, उसके साथ अापराधिक प्रवृत्ति के कई युवक रहते हैं. ऐसे में उसे गैंग्स के शूटर हायर करने की जरूरत क्यों पड़ी? ऐसे भी पुलिस के समक्ष दिये गये बयान काे कोर्ट में मामा यह कह कर निराधार साबित कर सकता है कि पुलिस की मारपीट में उसने यह बयान दिया था.
मामा को घर बनाने में बाधा डाल रहा था रंजय
मामा ने पुलिस को बताया कि रंजय का मन काफी बढ़ गया था. वह किसी को लगाता नहीं था. वह गैरमजरुआ जमीन पर घर बना रहा था तो रंजय ने रोक दिया था. कई बार काम रोकवा दिया. काम रोकने के दौरान भी रंजय व उसके साथियों ने वहां पिस्टल दिखाकर उसे धमकाया. जान मारने की धमकी दी थी. यहां यह जानकारी हो कि रंजय सिंह की हत्या 29 जनवरी 2017 को बिग बाजार के सामने कर दी गयी थी. मामा को बिहार के आरा जिला के उसके गांव से पकड़ा गया था.
आरा से पूछताछ कर लौटी धनबाद पुलिस
धनबाद पुलिस की टीम आरा से मामा से पूछताछ कर शुक्रवार की शाम लौट आयी. सरायढेला थानेदार सह कांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी के साथ पुलिस वहां गयी थी. अब पुलिस प्रोडक्शन वांरट लेकर फिर आरा जायेगी.
वासेपुर में छापेमारी
पुलिस को मामा ने गैंग्स के दोनों शूटरों के नाम भी बता दिये हैं, जिसने रंजय को गोली मारी थी. इसके बाद सरायढेला पुलिस ने बैंकमोड़ पुलिस के सहयोग से वासेपुर में शुक्रवार की रात को छापेमारी की, लेकिन दोनों हाथ नहीं लगे.
गाड़ी से उतार कर चालक को गोली मारी, जलते ट्रेलर में फेंका
रांची, जमशेदपुर, पलामू, खूंटी. नक्सली बंदी के दौरान खूंटी-तमाड़ पथ पर सोयको थाना क्षेत्र के आड़ा घाटी में नक्सलियों ने ट्रेलर चालक जोगा सिंह (50) को गोली मार दी. इसके बाद ट्रेलर में आग लगा दी. फिर जलते ट्रेलर की केबिन में चालक को फेंक दिया. यह घटना शुक्रवार को दिन के करीब 11.45 बजे की है. घटना के बाद पहुंची पुलिस को शव के कुछ अवशेष ही मिले, जिसका पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृत चालक जोगा सिंह पंजाब के रहनेवाले थे और राउरकेला के त्रिलोचन सिंह के ट्रेलर पर लोहे की पाइप लेकर राउरकेला से दुर्गापुर जा रहे थे.
ट्रेलर ज्यों ही आड़ा घाटी के समीप पहुंचा, अचानक जंगल से 15 से अधिक नक्सली सड़क पर आ गये और ट्रेलर को रोक कर घटना को अंजाम दिया. सूत्रों के अनुसार, जोगा सिंह की हत्या करने के बाद शव को नक्सलियों ने ट्रेलर में फेंका. घटना के बाद एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा, एसडीओ प्रणव कुमार पाल, एसडीपीओ रणवीर सिंह समेत अन्य पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस नक्सलियों की खोज में जंगलों में छापामारी कर रही है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक कोई सफलता नहीं मिली थी.
इधर, घटना की सूचना मिलते ही खूंटी-तमाड़ पथ पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया. फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने ट्रेलर में लगी आग बुझायी. घटना के बाद खूंटी-तमाड़ मुख्य पथ पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है.एसटी महिला से विवाह कर लाभ लेने पर रोक के लिए झारखंड में भी बनेगा कानून
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