सारवां. स्वतंत्रता संग्राम में आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले थाना क्षेत्र के नकटी गांव के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बालेश्वर बाबू की पुत्रवधू मुंद्रिका देवी 85 वर्ष का देहांत हो गया. उनके देहांत की खबर सुनते ही उनकी पुत्रवधू उषा देवी 54 वर्ष को भी शोक लगने से ब्रेन हेम्ब्रेज होने से निधन हो गया, जिसके बाद नकटी गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. ग्रामीणों की मानें, तो इससे बड़ी दुखद घड़ी क्या हो सकती है, जब सास और बहू की एक साथ अर्थी उठी. उन लोगों ने बताया कि बालेश्वर बाबू के बड़े पुत्र अरविंद सिंह का देहांत पूर्व में ही हो चुका था. पौत्र का भी देहांत कई साल पूर्व हो चुका था. आज सास और बहू का एक साथ निधन हो जाने से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. उधर घटना की सूचना पाते ही अगल-बगल से काफी संख्या में ग्रामीण और परिजन नकटी गांव पहुंचे और शोक संतृप्त परिजनों को सांत्वना दी. मौके पर पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने पहुंचकर उन लोगों को ढाढ़स बंधाया. कहा कि इस विपत्ति की घड़ी में हम सभी पीड़ित परिवार के साथ हैं. सास और बहू दोनों को नकटी गांव से थाना क्षेत्र के जियाखाड़ा शमशान घाट लाया गया, जहां दोनों की चिता एक साथ जली.
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