प्रमुख संवाददाता, देवघर : डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि देवघर जिला प्रशासन उन दंपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान कर रहा है, जो अनाथ एवं परित्यक्त बच्चों को गोद लेकर उनके भविष्य को संवारना चाहते हैं. इसी क्रम में दत्तक ग्रहण विनियम-2022 के तहत समस्त प्रक्रियाओं का पालन करते हुए डीसी ने तीन बच्चियों के दत्तक ग्रहण का अंतिम आदेश दिया. इस आदेश के साथ ही तीनों अनाथ बच्चियों को एक स्नेहिल परिवार का संरक्षण मिल गया है. इनमें दो भारतीय और एक विदेशी दंपती ने बच्चियों को गोद लिया है. प्रशासन का मानना है कि दत्तक ग्रहण न केवल एक कानूनी प्रक्रिया है, बल्कि समाज की मुख्यधारा से कटे बच्चों को प्रेम, सुरक्षा और बेहतर भविष्य देने का संवेदनात्मक प्रयास भी है. उन्होंने जिले की ऐसी दंपतियों से अपील की कि जो अनाथ बच्चे को गोद लेना चाहते हैं, वे आगे आयें और नियमों का पालन करते हुए अनाथ बच्चों के जीवन को नयी दिशा दें. डीसी ने कहा कि दत्तक ग्रहण विनियम-2022 के तहत पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और वैधानिक है. अनुमति के उपरांत बच्चा विधिवत रूप से नये परिवार के साथ जुड़ जाता है और उसे शिक्षा, सुरक्षा, परिवार का स्नेह और उज्ज्वल भविष्य की राह मिलती है. प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इच्छुक दंपती संबंधित विभाग से संपर्क कर प्रक्रिया प्रारंभ कर सकते हैं. हाइलाइट्स देवघर प्रशासन की पहल गोद लेने वालों में दो भारतीय व एक विदेशी दंपती शामिल
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