मधुपुर. शहर के बावनबीघा स्थित एक नेटवर्किंग कंपनी के प्रबंधक मो. नौशाद आलम (समस्तीपुर) पर छेड़खानी के आरोप के बाद शुक्रवार को कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. कार्यालय कर्मी समेत कई प्रशिक्षु में अफरा-तफरा देखा गया. लोग हड़बड़ी में कार्यालय से निकल भागे. बताया जाता है कि भाड़े के मकान में नेटवर्क कंपनी से जुड़े सैकड़ों युवक-युवतियां जुड़े हुए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि कंपनी के मैनेजर की गिरफ्तारी के बाद खलबली मची है. दर्जनों लड़के-लड़कियां सच्चाई उजागर होने के बाद अपने घर रवाना हो गया. शुक्रवार को सड़क पर लाइन लगाकर चलने वाले लड़के-लड़कियां गायब थे. सभी को सुबह और शाम में प्रशिक्षण दिया जाता है. बताते चले कि डालटेनगंज की दो लड़कियों ने नेटवर्क कंपनी के मैनेजर पर अश्लील हरकत करते हुए छेड़खानी करने और बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाते हुए मधुपुर थाने में मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मैनेजर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बताया जाता है कि नेटवर्क कंपनी बेरोजगार युवक-युवतियों को आकर्षक नौकरी का झांसा देकर मधुपुर बुलाते हैं. बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के बेरोजगारों को नेटवर्क कंपनी से जोड़ा गया है. प्रत्येक बेरोजगारों से न्यूनतम 25 हजार रुपये कंपनी से जोड़ने के नाम पर वसूला जाता है. जब तक लड़के-लड़कियां निर्धारित राशि नहीं देते तब तक उनकी खूब खातिरदारी की जाती है. पैसा वसूलने के बाद सभी को भेड़ बकरियों की तरह समूह में रहने को भेज दिया जाता है. बेरोजगार लड़के-लड़कियों को समुचित खाना भी नहीं दिया जाता. नेटवर्क कंपनी में प्रतिदिन औसतन सौ बेरोजगारों को जोड़कर प्रतिदिन लाखों रुपये की कमाई की जा रही है. सभी को बंगला, गाड़ी और हजारों रुपये का मासिक वेतन का ख्वाब दिखाया जाता है. कुछ माह बीतने के बाद जब बेरोजगार अपने को ठगा महसूस करते हैं तो वापस घर लौट जाते है. नेटवर्क कंपनियों के लिए मधुपुर का इलाका सुरक्षित अड्डा बन गया है. नेटवर्क कंपनी के संचालक पूर्व में भी जेल जा चुके हैं. इसके बावजूद यह धंधा चल रहा है.
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