संवाददाता, देवघर : आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज की परम प्रभावक शिष्याएं आर्यिका रत्न श्री 105 गुरुमति माताजी व आर्यिका रत्न श्री 105 दृढ़मति माताजी ससंघ 50 पिच्छी जी का आगमन रविवार को जैन मंदिर में हुआ. इस आर्यिका संघ यानि समूह में 50 आर्यिकाएं (महिला साध्वियों) शामिल हैं. उनका जैन समाज की ओर से स्वागत किया गया. इस दौरान जैन समाज की ओर से शंख मोड़ से लेकर जैन मंदिर तक भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें भक्तों ने जयकारों और मंगल गीतों के बीच आर्यिका संघ की अगवानी की. जुलूस के दौरान श्रद्धालुओं ने मार्ग भर पिच्छी माताजी के चरणों में प्रणाम कर आशीर्वाद ग्रहण किया. झारखंड राज्य जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि 50 आर्यिका माताजी का एक साथ आगमन दुर्लभ और सौभाग्यशाली अवसर है. उन्होंने कहा कि यह अद्भुत समागम हम सभी के लिए दिव्य आशीर्वाद लेकर आया है. इतने बड़े आर्यिका संघ का एक साथ दर्शन मिलना बहुत ही पुण्य का अवसर है. उन्होंने जानकारी दी कि आर्यिका संघ पंचतीर्थ यात्रा पर निकला है, जो श्री सम्मेद शिखर मधुबन से प्रारंभ होकर गिरीडीह, देवघर, मंदारहिल, चंपापुर, नाथनगर होते हुए पावापुर, कुंडलपुर और राजगीर तक जायेगा.
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