संवाददाता, देवघर : शहर के विलियम्स टाउन स्थित बीएड कॉलेज परिसर में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से श्रीरामचरितमानस एवं गीता ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ शुक्रवार को किया गया. इसमें आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अमृता भारती ने मानव जीवन के आदर्शों पर प्रवचन सुनाया. उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस त्याग और समर्पण की अमर गाथा है. मानस की हर घटना जीवन के गूढ़ रहस्य का संकेत देती है. सीता आत्मा है, श्रीराम परमात्मा हैं और यह शरीर लंका. रावण हमारे भीतर का अहंकार है, जो आत्मा को परमात्मा से मिलने नहीं देता. साध्वी जी ने हनुमान को उस संत स्वरूप के रूप में बताया, जो ज्ञान रूपी मुद्रिका देकर जीवात्मा को भ्रम से मुक्त कर देते हैं. उन्होंने तुलसीदास की वाणी उद्धृत करते हुए कहा ‘संत मिलन सम सुख जग नाही””. वहीं शिष्य स्वामी धनंजयानंद जी ने कहा कि मनुष्य त्रिविध ताप से मुक्ति पाने के लिए भौतिक साधनों का सहारा लेता है, पर स्थायी शांति केवल प्रभु भक्ति में है. उन्होंने कागभुसुंडी वाणी का उल्लेख करते हुए कहा कि राम विमुख न जीव सुख पावै. साथ ही संत कबीर की पंक्तियां भी उन्होंने दोहरायी. कार्यक्रम को संगीतपूर्ण बनाने में गायक गोपाल जी, तबला वादक राम उदगार, पैड वादक चंदन, साध्वी सरिता भारती और प्रीति भारती की महत्वपूर्ण भूमिका रही. कार्यक्रम का समापन प्रभु आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ. इस अवसर पर पूर्व विधायक नारायण दास, सूरज झा, रीता चौरसिया, मनोज सिंह, संजय सिंह, सीमा झा, अशोक सर्राफ, रूपा श्री समेत अन्य मौजूद थे.
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