पालोजोरी. वॉक फॉर डिस्लेक्सिया कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को सरसा प्लस टू स्कूल के छात्र-छात्राओं ने जागरुकता रैली निकाली. इसके माध्यम से स्कूली बच्चों ने लोगों को डिस्लेक्सिया (पठन विकार) बीमारी के बारे में जगरूक किया. रैली में बच्चों के अलावा स्कूल के शिक्षक व शिक्षिकाएं भी शामिल थे. रैली स्कूल परिसर से शुरू हुई और खागा बाजार का भ्रमण कर वापस स्कूल लौटी. इस दौरान बच्चों के हाथों में डिस्लेक्सिया से संबंधित पोस्टर व संदेश लिए हुए थे. इससे पूर्व गुरुवार को छात्र-छात्राओं के बीच डिस्लेक्सिया जागरुकता को लेकर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. वहीं, प्रधानाध्यापक सुरेश मंडल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष आठ अक्तूबर को विश्व डिस्लेक्सिया दिवस मनाया जाता है. इसके तहत यह कार्यक्रम विद्यालय में 15 अक्तूबर से 17 अक्तूबर को मनाया गया. डिस्लेक्सिया (पठन विकार) एक ऐसी समस्या है, जिससे पीड़ित छात्र-छात्राओं को पढ़ने में कठिनाई, लिखने और बोलने में वर्तनी की समस्या, पीड़ित बच्चे द्वारा किसी समस्या को सुलझाने में परेशानी हो सकती है. यदि डिस्प्लेशिया की पहचान जल्दी हो जाये तो इसका बहुत हद तक निदान किया जा सकता है. इसमें छात्र-छात्राओं को प्यार और सहानुभूति पूर्वक समझने की आवश्यकता होती है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक छात्र में कुछ न कुछ विशेषता होती है और इस विशेषता को सकारात्मक दिशा देते हुए वैसे बच्चे को डिस्लेक्सिया से बाहर निकाल सकते हैं. स्कूल अन्य शिक्षकों द्वारा भी इस समस्या के संबंध में बच्चों को बताया.
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