सारवां. झारखंड सरकार की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की शनिवार को सारवां प्रखंड क्षेत्र की जियाखाड़ा पंचायत के रामपुर गांव पहुंची. मौके पर उन्होंने खेतों में लगे धान की फसलों में हुई बीमारी और मोंथा तूफान का फसलों पर पड़े असर का जायजा लिया. इस दौरान क़ृषि मंत्री ने गांव की महिलाओं से खेती के संबंध में जानकारी ली. मौके पर महिलाओं ने कृषि मंत्री को धान की फसल दिखाते हुए कहा इस साल धान में बीमारी लगने से फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है. महिलाओं ने बताया कि उन लोगों के जीवन का सहारा खेती है. वो भी चौपट हो गया.
बीमारी के बारे में बताया कि यह तीन से चार गुना तेजी से दिन बीतने के साथ बढ़ती जाती है. इससे फसल के दाना के साथ पुआल भी खत्म हो रहे है, जो पशुओं के खाने लायक भी नहीं. इसके बाद उन्होने खेतों में जाकर धान की बाली को भी देखा, जो जड़ से लेकर धान की बाली तक पूरी तरह से नष्ट होकर सफेद व काला हो रहे थे. इस संबंध में आवश्यक जानकारी ली और कई निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिये. मौके पर उन्होंने बीडीओ रजनीश कुमार, सीओ राजेश कुमार साहा को निर्देश देते कहा बर्बाद फसल का आकलन सभी पंचायतों में करायें और चार दिन के अंदर रिपोर्ट दें. इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी वीणा टुडू, जिला सहकारिता पदाधिकारी कुमार गौतम, जिला उद्यान पदाधिकारी यश राज, आत्मा निदेशक अरविंद कुमार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी संजय चौधरी, बीएओ रजनीश कुमार, बीएचओ डा सुनील टोप्पो, बीएओ विजय कुमार देव, थाना प्रभारी कौशल कुमार सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष उदय प्रकाश, 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र प्रसाद राय, प्रखंड उद्यान मित्र संजय सिंह, कांग्रेस यादव सहित अन्य उपस्थित थे. वहीं पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कृषि मंत्री के देवघर आकर फसलों के नुकसान का आकलन करने पर आभार जताया. वहीं राज्य सरकार के पहल की सराहना की.देवघर में ढाई लाख किसानों का हुआ फसल बीमा : कृषि मंत्री
मंत्री ने कहा कि देवघर में ढाई लाख किसानों का फसल बीमा को लेकर रजिस्ट्रेशन हुआ है. मौके पर क़ृषि मंत्री ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को बुलाकर किसानों की हुई बीमा से संबंधित जानकारी मांगी. मंत्री ने कहा की 72% अपडेट हैं. इस बीच जिला सहकारिता पदाधिकारी के द्वारा कुछ बताये जाने पर उन्होंने कहा कि मैं डाटा देखकर आयी हूं. आपका डाटा अपडेट नहीं है. इस दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्राकृतिक आपदा है. सरकार सभी किसानों को हुई क्षति का मुआवजा देगी. मौके पर मंत्री ने कहा कि अब तक उन्हें फसल बर्बादी को लेकर 200 से अधिक किसानों का फोन आ चुके है, जिसकी जांच विभाग करायेगी.॰सारवां. कृषि मंत्री ने मोंथा चक्रवात से नष्ट हुई फसलों का लिया जायजा
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