संवाददाता, देवघर : बाबा नगरी में अगहन मास शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को नवान्न पर्व पूरे उत्साह और पारंपरिक रीति के साथ मनाया गया. इस अवसर पर रविवार सुबह बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा पुजारी ओम भारद्वाज ने की. इस दौरान नये अन्न से तैयार साकल अर्पित कर नवान्न की विधिवत शुरुआत की. सरकारी पूजा के बाद भीतरखंड कार्यालय स्थित श्रीयंत्र मंदिर में दही-चूड़ा और गुड़ का विशेष भोग लगाया गया. बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी बाबा को साकल अर्पित कर समृद्धि की कामना की. शृंगारी परिवार की ओर से एक माह तक प्रतिदिन श्रीयंत्र मंदिर में दही-चूड़ा और गुड़ का भोग लगाया जायेगा, जिसका समापन पौष मास शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि पर तीन जनवरी को किया जायेगा. इसके अलावा आसपास के गांवों और स्थानीय मंदिरों में भी नवान्न पूजा की शुरुआत हो गयी है. नया अन्न बाबा पर चढ़ाने के बाद घर-घर में नये धान से बने अन्न की पूजा कर अग्नि में आहुति दी गयी. लोग अपने आंगन में मिट्टी का चूल्हा बनाकर आम की लकड़ी से अग्नि प्रज्वलित की और घंघरा, दही, केला, गुड़, मूली, अरवा चावल, मधु, घी से बने साकल की आहुति देते दिखे. परंपरा के अनुसार, छोटे बच्चों को भी इस दिन नये अन्न का साकल देकर अनाज खाने की शुरुआत करायी गयी.
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