मधुपुर. शहर के कुंडु बंगला रोड स्थित राम यशोराय संस्कृत उच्च विद्यालय परिसर में प्रदेश संस्कृत शिक्षक संघ के सदस्यों ने बैठक की, जिसकी अध्यक्षता रामानंद राजहंस ने की. बैठक में एकीकृत बिहार के समय शिक्षकों व कर्मचारियों के भविष्य निधि कटौती के राशि भुगतान किये जाने, वेतन विसंगति दूर करने व संस्कृत विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दिया गया. बैठक में संस्कृत भाषा के प्रति रुचि जगाने व उसके प्रचार-प्रसार के लिए नयी रणनीतियां बनाने पर भी चर्चा की गयी. बताया गया कि संस्कृत का साहित्य अत्यन्त प्राचीन, विशाल और विविधतापूर्ण है. इसमें अध्यात्म, दर्शन, ज्ञान-विज्ञान व साहित्य का खजाना है. इसके अध्ययन से ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा मिलेगा. लेकिन संस्कृत विद्यालयों के साथ सौतेला व्यवहार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. मौके पर जितेन्द्र पाण्डेय, घनश्याम झा, रामानंद राजहंस, अमरनाथ झा, कौशल कुमार झा, व्यासदेव पाण्डेय, दिलीप तिवारी, जनार्दन पाण्डेय, मनोज कुमार राय, हरिहर कुशवाहा, महेन्द्र पांडा, पप्पू पांडा आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

