संवाददाता, देवघर . सोमवार को बाजार समिति सचिव राहुल कुमार के नेतृत्व में बाजार समिति में सड़क किनारे स्थित बाहरी दुकानों की जांच की गयी. इस दौरान कई दुकानदारों की लापरवाहियों का खुलासा हुआ. सचिव ने बताया कि जिन दुकानों का आवंटन विशेष कार्य के लिए किया गया था. उन दुकानों पर अन्य कार्य किये जा रहे थे और कई दुकानदारों का बकाया भाड़ा काफी अधिक था. सचिव ने इन दुकानदारों को जरूरी कागजात प्रस्तुत करने का आदेश दिया. लेकिन जांच में यह पाया गया कि अधिकांश दुकानदार आवश्यक दस्तावेजों को पेश करने में विफल रहे. सचिव ने कहा कि इन दुकानदारों को जल्द से जल्द अपने दस्तावेज बाजार समिति में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है.
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ दुकानों में होटल संचालन हो रहा था, लेकिन इन दुकानदारों के पास फूड सेफ्टी लाइसेंस नहीं था और न ही वे साफ-सफाई और हाइजीन की ओर ध्यान दे रहे थे. सचिव ने ऐसे दुकानदारों को चेतावनी दी कि बिना अनुज्ञप्ति के होटल चलाना नियमों के खिलाफ है और अगर यह हालात ठीक नहीं होते, तो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी. कुछ दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया है, खासकर मुख्य सड़क पर स्थित उन दुकानों को, जो नियमों का पालन नहीं कर रही थे. वर्तमान में बाजार समिति में 180 दुकानें और छह गोदाम संचालित हो रहे हैं. जिन पर कुल 70 लाख रुपये का बकाया है. वहीं, सरकारी गोदामों पर भी बाजार समिति का किराया 1.50 करोड़ रुपये बकाया है. सचिव ने आगे कहा कि कई दुकानदार आवंटन के अनुसार अपना काम नहीं कर रहे हैं, और कुछ दुकानदार तो अपनी दुकानों को किराये पर दे चुके हैं. ऐसे दुकानदारों का आवंटन रद्द किया जायेगा.हाइलाइट्स
॰बाजार समिति में 180 दुकानें और संचालित हो रहे हैं छह गोदाम॰दुकानदारों पर कुल 70 लाख रुपये का बकाया
॰वहीं, सरकारी गोदामों पर भी बाजार समिति का किराया 1.50 करोड़ रुपये बकाया॰बाजार समिति की जांच में सामने आयीं कई खामियां, कार्रवाई की तैयारी
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