संवाददाता, देवघर . बुधवार को शुभ लग्न के मौके पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठानों की धूम रही. सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. पूरे मंदिर परिसर में आस्था का उत्सव देखने को मिला, जहां हजारों भक्त अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होते नजर आये. इस दौरान उपनयन संस्कार और मुंडन कार्यक्रम सबसे अधिक संख्या में कराये गये. मिली जानकारी के अनुसार, दिनभर में करीब सात से आठ सौ उपनयन संस्कार कराये गये, जबकि एक हजार से अधिक भक्तों ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया. पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण से पूरा परिसर भक्तिमय बना रहा. शाम ढलते ही मंदिर परिसर एक बार फिर उल्लास से भर उठा. रात नौ बजे से लेकर देर रात दो बजे तक बाबा बैद्यनाथ और अन्य देवी-देवताओं को साक्षी मानकर कई नवविवाहित जोड़ों ने वैदिक रीति-रिवाज से अग्नि के सामने फेरे लिये. विवाह मंडपों में पारंपरिक ढोल-नगाड़ों की गूंज और मंत्रों की स्वर लहरियों ने वातावरण को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया. हालांकि, अनुष्ठानों के चलते जलार्पण की कतार में अपेक्षाकृत भीड़ कम देखी गयी, लेकिन कूपन लेकर जलार्पण करने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं देखी गयी. पट बंद होने तक कुल 1605 श्रद्धालुओं ने कूपन लेकर बाबा को जलार्पण किया. बुधवार का यह दिन बाबा धाम के लिए खास रहा, जहां एक ओर भक्तों की आस्था और श्रद्धा देखने को मिली, वहीं दूसरी ओर वैदिक संस्कृति की छवि को भी मंदिर परिसर ने जीवंत किया.
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