प्रतिनिधि, जसीडीह . शांतिकुंज हरिद्वार से भारत परिभ्रमण के लिए चारों दिशाओं में निकली ज्योति कलश रथयात्रा सोमवार को जसीडीह के डाबरग्राम स्थित गायत्री शक्तिपीठ पहुंची. इस दौरान गायत्री परिवार व सनातनी श्रद्धालुओं ने दिव्य ज्योति कलश का भव्य स्वागत किया गायत्री तीर्थ हरिद्वार के आध्यात्मिक प्रतिनिधि बुधन प्रसाद वर्मा के सानिध्य में गुरु गायत्री कलश व गुरुदेव के तप साधना का साक्षी अखंड दीप-ज्ञान ज्योति का वैदिक मंत्रों से पूजा की गयी. इसके बाद ज्योति कलश रथयात्रा रोहिणी पहुंची. इसके बाद कलश रथयात्रा रोहिणी बाजार,हटिया रोड, गांधी चौक, पोस्ट ऑफिस रोड, बसमत्ता, सत्संग, आंबेडकर चौक, बरनवाल धर्मशाला, बेलाबगान का भ्रमण किया. सभी स्थानों पर सैकड़ों परिवार के साथ सामूहिक रूप से देवस्थापना कराया गया. आध्यात्मिक प्रवक्ता प्रतिनिधि बुधन वर्मा ने शांतिकुंज के संदेश देते हुए कहा कि ज्योति कलश रथयात्रा एक आयोजन नही आंदोलन है. युग निर्माण के लिए भावनात्मक अभियान है. जिला उप-समन्वयक उमाकांत राय ने कहा कि विचार क्रांति की ज्ञान ज्योति को घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य से ज्योति कलश रथयात्रा निकाली गयी है, जो देवघर पहुंची है. इस दौरान पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य रचित सैकड़ों पुस्तकों का नि:शुल्क वितरण किया गया. इस मौके पर जिला समन्वयक वरुण कुमार, मुख्य ट्रस्टी देवनारायण रजक, ब्रह्मचारी ज्ञान प्रकाश, शोभा वर्णवाल, निशा देवी, निशा कुमारी, रेणु देवी, क्रांति देवी आदि मौजूद थे.
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