संवाददाता, देवघर : शहर के झौसागढ़ी स्थित गोशाला परिसर में सात दिवसीय गांधी शिल्प बाजार हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन विधायक सुरेश पासवान ने किया. विधायक ने कहा कि हस्तशिल्प मेला न केवल कारीगरों को स्वरोजगार का अवसर देता है, बल्कि उनकी कला को पहचान भी दिलाता है. महात्मा गांधी के नाम से आयोजित यह मेला हस्तशिल्पियों के विकास में नयी दिशा देने वाला साबित होगा. भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त कार्यालय (हस्तशिल्प) के सहयोग से ईश्वर लोक प्रेरणा संस्था की ओर से आयोजित इस मेले में संस्था के सचिव विनोद सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मेले का उद्देश्य देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये हस्तशिल्पियों को एक साझा मंच देना और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना है. विशिष्ट अतिथि डीआरडीए निदेशक सागरी बराल ने कहा कि देवघर में इस तरह का हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है, जहां बिना किसी बिचौलिये के सीधे कारीगर अपने उत्पाद बेच रहे हैं. इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. प्रशिक्षण अधिकारी विकास कुमार ने हस्तशिल्प विभाग की योजनाओं की जानकारी दी. यह मेला 21 से 27 दिसंबर तक चलेगा. मेले में कुल 50 स्टॉल लगाये गये है, जहां मधुबनी और जादोपटिया पेंटिंग, बांस व जूट क्राफ्ट, माटी कला सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध हैं. मौके पर आयोजन समिति के सदस्य अभिषेक कुमार, शिवम कुमार, किशोर सिन्हा, अनूप राज, आलोक राज, कार्तिक केसरी, देवव्रत राय, गोशाला के सचिव विनोद कोठारी समेत अन्य थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

