संवाददाता, देवघर. गौशाला परिसर में आयोजित सात दिवसीय गांधी शिल्प बाजार हस्तशिल्प मेला का शनिवार को समापन हो गया. भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत विकास आयुक्त कार्यालय (हस्तशिल्प) देवघर के सहयोग से ईश्वर लोक प्रेरणा संस्था की ओर से 21 से 27 दिसंबर तक इस मेले का आयोजन किया गया. समापन समारोह को संबोधित करते हुए संस्था के सचिव विनोद सिंह ने विकास आयुक्त कार्यालय हस्तशिल्प के पदाधिकारियों और दूर-दराज से आये शिल्पकारों के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड और शीतलहरी के बावजूद शिल्पकारों ने धैर्यपूर्वक मेले को सफल बनाया. प्रशिक्षण अधिकारी रवि जान रौशन ने कहा कि मेले का उद्देश्य शिल्पकारों को बाजार उपलब्ध कराना और उनके उत्पादों को बढ़ावा देना रहा, जिसमें सफलता मिली. मेले में 50 स्टॉल लगे, जहां मधुबनी व जादोपटिया पेंटिंग, बांस व जूट क्राफ्ट, डोकरा आर्ट, टेराकोटा सहित विविध हस्तशिल्पों की अच्छी खरीद-बिक्री हुई. आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्य अभिषेक कुमार, शिवम कुमार, किशोर सिन्हा, अनूप राज और आलोक राज, कार्तिक केसरी, देवव्रत राय, गौशाला के सचिव विनोद कोठारी का योगदान रहा.
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