देवघर : मोहनपुर प्रखंड के जोगिया गांव के चार मजदूर उमेश मंडल, बिनोद मंडल, पंकज मंडल, रंजन मंडल उत्तराखंड के उत्तरकाशी सुरंग कांड में बाल-बाल बच गये. सुरंग में फंसे सभी मजदूर रात्रि शिफ्ट में काम कर रहे थे व सुरंग में सुबह पांच बजे मलबा धंसा. जोगिया के रहने वाले ये सभी चारों मजदूर घटना के एक दिन पहले दोपहर की शिफ्ट कर रात आठ बजे सुरंग से बाहर निकले थे. जिससे ये घटना के शिकार होने से बच गये. उमेश मंडल ने बताया कि उनलोगों की भी अक्सर रात्रि में ड्यूटी लगती थी, लेकिन संयोगवश उस दिन ड्यूटी नहीं लगी. सुरंग में फंसे उनके साथी गिरिडीह, कोडरमा सहित अन्य जिले के रहने वाले हैं. उमेश ने बताया कि सुरंग में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं. मजदूरों से उनलोगों की बात भी फोन से हो रही है. सोमवार तक सुरंग में 24 मीटर मलबा हटा लिया गया है. सोमवार की शाम छह इंच की पाइप सुरंग में डालकर फंसे मजदूरों को हल्का भोजन व मोबाइल चार्जर पहुंचाया गया. उमेश ने कहा कि हम सभी लोग सुरंग में फंसे अपने साथी को राहत पहुंचाने के कार्य में जुटे हैं.
मोहनपुर थाना क्षेत्र के भंगियापहाड़ी गांव में रविवार को 19 वर्षीय शबनम बीबी का फंदे से लटका शव मिला. मृतका के पिता जरमुंडी थाना क्षेत्र के बसमता गांव निवासी खलील अंसारी ने दामाद फैय्याज अंसारी सहित आठ लोगों पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है. पिता ने कहा कि, छह महीने पहले ही बेटी शबनम की शादी फैय्याज से करायी थी. कुछ दिनों तक ठीक से रखने के बाद दहेज में पैसे मांगते हुए उसे प्रताड़ित करने लगे. बेटी द्वारा इसकी जानकारी मिलने पर पंचायती करायी और अपने घर लगे आये. इसके बाद आरोपित शबनम को ससुराल ले गया. उन्होंने आरोप लगाया कि, रविवार को दामाद सहित समधी बशीर मियां और समधी के पांच बेटों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और साक्ष्य छुपाने की नीयत से फांसी पर लटका दिया. पुलिस पीड़ित व्यक्ति के आवेदन पर दहेज हत्या का मामला कर मामले की छानबीन में जुटी है.
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