प्रमुख संवाददाता, देवघर : डीसी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय स्टीयरिंग सह मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक हुई. इसमें शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं समग्र शिक्षा अभियान, मध्याह्न भोजन, पोषाक वितरण, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, डिजिटल शिक्षा, मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय कार्यक्रम, स्कूल किट, आइसीटी एवं स्मार्ट क्लास की बिंदुवार समीक्षा की. डीसी ने स्पष्ट कहा कि शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता, पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता है. शिक्षा में गुणवत्ता चाहिए, बहाना नहीं, एमडीएम की नियमित जांच व वितरण की रियल-टाइम मॉनिटरिंग करें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. हर विद्यालय में किचन गार्डन, खाद्यान्न की मासिक उपलब्धता, रसोई सेड और रसोइयों की पर्याप्त उपस्थिति सुनिश्चित करें. डीसी ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए परियोजना स्तर पर विशेष अभियान चलायें, घर-घर जाकर सर्वे कर छात्रों की सूची अपडेट करें, ताकि कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहे. उन्होंने सभी सरकारी विद्यालयों में आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने, बीआरसी भवनों की स्थिति सुधारने, बायोमेट्रिक उपस्थिति को 100 प्रतिशत लागू करने और स्मार्ट क्लास-लैब को पूरी क्षमता से संचालित करने का आदेश दिया. डीसी ने खेलकूद, पौधारोपण, पुस्तकालय और इको-क्लब जैसी सहशैक्षणिक गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने पर भी जोर दिया, ताकि बच्चों का समग्र विकास हो सके. बैठक में डीडीसी पीयूष सिन्हा, डीइओ विनोद कुमार, डीएसइ मधुकर कुमार, विभिन्न प्रखंडों के बीइइओ सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मी उपस्थित थे. हाइलाइट्स जिला स्तरीय स्टीयरिंग-सह-मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में डीसी ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलायें
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