प्रतिनिधि, चितरा . चितरा कोलियरी में कार्यरत कर्मियों के मासिक वेतन भुगतान में विलंब होने व कोलियरी के निजीकरण किये जाने की चर्चा के बाद गुरुवार को प्रथम पाली में कोयला कर्मियों ने एकजुट होकर संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाल कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही इसी एल व कोलियरी प्रबंधन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. मालूम हो कि विरोध मार्च कोलियरी के मुख्य वर्कशॉप से निकलकर गिरजा गेट, कोलियरी कार्यालय, गेस्ट हाउस होते हुए पुनः वर्कशॉप के मुख्य द्वार पर पहुंचा, जहां विरोध मार्च समाप्त कर सभा की गयी. इस मौके पर मजदूर नेता पशुपति कोल, राजेश राय, श्याम सुंदर तिवारी, बलदेव महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि इसीएल प्रबंधन ने वित्तीय संकट का हवाला देते हुए ओटी, संडे, हॉलीडे में कटौती के बाद अब कोलियरी मजदूरों के मासिक वेतन भुगतान में भी विलंब करना शुरू कर दिया है, जो सीधे श्रम कानूनों का उल्लंघन है. मजदूर नेता ने कहा कि इसीएल प्रबंधन की ओर से नये-नये बहाने बनाकर कोयला कर्मियों का आर्थिक रूप से शोषण करने का प्रयास किया जा रहा है, जो हमलोग बर्दाश्त नहीं करेंगे. कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन वित्तीय घाटे में नहीं चल रहा है. बल्कि केंद्र सरकार के रवैये के कारण कोयला खदानों का निजीकरण करने की योजना बनायी जा रही है. कहा कि यह सांकेतिक विरोध था और इसीएल प्रबंधन का अगर यही हाल रहा, तो आगे उग्र आंदोलन करने के लिए हम सभी कोयला कर्मी बाध्य होंगे. मौके पर भूदेव चंद्र महतो, संदीप शंकर, डोमन दे, त्रिलोचन राय, सौरव वाजपेयी, रोहित गौतम, जुगल दास, डोमेन दे, बलराम मंडल, सुबोध मुर्मू, ढ़ेना मुर्मू, चिंता देवी, दिलीप सिंह, समसुल मियां, सुखन मंडल, जाकिर अंसारी, अब्दुल अजीज सहित काफी संख्या में मजदूर उपस्थित थे. ॰प्रबंधन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
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