संवाददाता, देवघर : दैवी संपत मंडल के तत्वावधान में आयोजित अतिरुद्र महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल पर सुबह से ही शंखनाद व वेदमंत्रों से गुंजायमान रहे. वहीं यज्ञ मंडप में परिक्रमा करने वालों का दिन भर तांता लगा रहा. यहां आम से लेकर खास लोग भी दिखे, जिनमें कई महामंडलेश्वर समेत केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह शामिल हैं. परिक्रमा मार्ग पर शुक्रवार को महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं की भारी भीड़ रही. विशेष उपस्थिति में आचार्य महामंडलेश्वर श्रीश्री 108 विशेश्वरानंद भारती जी महाराज के साथ महामंडलेश्वर स्वामी आनंद चैतन्य जी महाराज, स्वामी पंचमानंद जी महाराज, स्वामी ज्योतिर्मयानंद और स्वामी विवेकानंद जी महाराज का आशीर्वचन हुआ. मंच का संचालन स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती और आचार्य शुभेष शर्मन ने किया. कथा के तीसरे दिन महामंडलेश्वर विशेश्वरानंद भारती जी महाराज की वाणी से पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा. उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं, भक्ति के मार्ग और जीवन में सत्य, सेवा व करुणा के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि निर्मल हृदय और सच्ची भावना ही भगवान तक पहुंचने का मार्ग है. भक्तिभाव का एक क्षण भी प्रभु को प्राप्त करा देता है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने की परिक्रमा, लिया आशीर्वाद
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यज्ञ में आहुतियां दीं व यज्ञ स्थल की परिक्रमा की. साथ ही स्वामी हरिहरानंद सरस्वती सहित अन्य संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया. उन्होंने कहा कि देवघर धर्म और अध्यात्म की नगरी है. यह महायज्ञ विश्व शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. यज्ञ स्थल पर 108 हवन-कुंडों में दी जा रही आहुतियां, मंत्रोच्चार और पवित्र अग्नि से पूरा परिसर आध्यात्मिक माहौल में डूबा रहा. परिक्रमा मार्ग से यज्ञ मंडप तक श्रद्धालुओं की अपार भीड़ और जयघोष ने बाबा बैद्यनाथ की नगरी को आस्था और दिव्यता से पूर्णतः आच्छादित कर दिया. वहीं कथा के दौरान बीच-बीच में महादेव सहित अन्य देवों की झांकियां लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही थी.
हाइलाइट्सअतिरुद्र महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल का तीसरा दिन
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