जिसके कारण मध्याह्न भोजन लेने के दौरान अफरातफरी को माहौल बन जाता है. इस तरह की घटना पुनः नहीं हो इसके लिए बाल संसद को क्रियाशील करते हुए शिक्षकों को यह जिम्मेदारी दी गयी कि कक्षावार मध्याह्न भोजन के लिए छात्रों को छोड़ा जाए. बाल संसद के सदस्य सभी छात्र-छात्राओं को मध्याह्न भोजन दिलाने में मदद करें.
सीआरपी ने बताया कि स्कूल में यूकेजी के बच्चों सहित कुल 443 बच्चे विद्यालय में नामांकित है. जिसमें से घटना के दिन 365 बच्चे उपस्थित थे. सोमवार को भी 323 बच्चे स्कूल में उपस्थित थे. स्कूल का किचन शेड भी काफी जर्जर हो गया है. उन्होंने बताया कि पूर्व में किचन शेड के लिए 2 लाख 19 हजार रूपया स्कूल में भेजा गया था. लेकिन जमीन विवाद के कारण स्कूल का किचन शेड नहीं बनने दिया गया.अभिभावकों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान किया जाएगा. जांच रिपोर्ट बीइइओ को दी जायेगी.