Advertisement
मशाल जलाकर ग्रामीणों ने किया रतजगा
सारठ/चितरा: सोमवार की सुबह ही हाथियों का झुंड चितरा थाना क्षेत्र में प्रवेश कर गया था. हाथियों ने ठाढ़ी पंचायत के ब्रह्मशोली निवासी सुनील सिंह के चहारदीवारी व रोहित महतो के लोहे के गेट को भी आंशिक क्षति पहुंची है. जानकारी मिलते ही चितरा थाना प्रभारी अरविंद कुमार सदलबल पहुंचे. वन विभाग के रेंजर महादेव […]
सारठ/चितरा: सोमवार की सुबह ही हाथियों का झुंड चितरा थाना क्षेत्र में प्रवेश कर गया था. हाथियों ने ठाढ़ी पंचायत के ब्रह्मशोली निवासी सुनील सिंह के चहारदीवारी व रोहित महतो के लोहे के गेट को भी आंशिक क्षति पहुंची है. जानकारी मिलते ही चितरा थाना प्रभारी अरविंद कुमार सदलबल पहुंचे. वन विभाग के रेंजर महादेव रजक, फोरेस्टर कंतलाल शर्मा के अलावे डीएन सिंह, अजीत कुमार, अवधेश कुमार राय, अशरफ अली अंसारी आदि पदाधिकारी व वनकर्मी मौके पर पहुंचे.
हाथी आने की खबर फैलते ही हाथियों का झुंड देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचने लगे. वन विभाग के पदाधिकारी माइकिंग कर बार-बार लोगों को हाथियाें से दूर रहने की चेतवानी दे रहे थे लेकिन ग्रामीण हाथियों को नजदीक से देखने के लिए कभी काफी नजदीक चले जाते तो कभी पत्थर फेंककर खदेड़ने का प्रयास करते. इससे हाथियों का झुंड उग्र हो उठता व ग्रामीणों को दौड़ाने लगता. कई बार जंगली हाथियों के चपेट में आने से बाल बाल बचे.
कहते हैं रेंजर
रेंजर महादेव रजक ने कहा कि हाथियों का झुंड अब भी डेरा जमाये हुए है. ग्रामीणों को सुरक्षित करने के लिए हाथियों को दुमका के मसलिया की ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है.
कहती है डीएफओ
डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने कहा कि ग्रामीणों को सुरक्षित रखते हुए हाथियों को जंगल की ओर भेजने में वन विभाग के पदाधिकारी लगे हुए हैं.
चप्पल खोजने जंगल गये व्यक्ति ने देखी शकुर की लाश
शकुर की मौत का पता तब चला जब एक व्यक्ति हाथियों को देखने के क्रम में खोये चप्पल को ढूंढने जंगल की ओर उसकी लाश देखी. बताया जाता है कि शाम में शकुर जंगल की ओर गया और हाथी की चपेट में आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई. सूचना पर ग्रामीणों के साथ मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और लाश को उठाकर जंगल से बाहर लाये. इधर घटना की खबर पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे. शकुर घर का एकमात्र कमाऊ युवक था. परिजनों ने बताया कि अभी कुछ ही दिन पहले गुजरात से कमाकर वापस लौटा था. कुछ साल पहले की उसकी शादी हुई थी.
पीड़ित परिवार से मिले पूर्व स्पीकर मुआवजा दिलानेे का आश्वासन
शिमला पंचायत के कानाटांड़ गांव के पास हाथियों के कुचलने से शकुर अंसारी की मौत के बाद परसबनी गांव में मातम पसर गया. ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने के बाद चितरा पुलिस भी पहुंची. वहीं पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता भी पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी. कहा कि वन विभाग व आपदा विभाग द्वारा मुआवजा दिलाया जायेगा. ग्रामीणों ने मशाल जलाकर हाथियों को खदेड़ा. हाथियों का झुंड कानाटांड़ गांव में डेरा जमाया हुआ है. ग्रामीणों में दहशत है लोग डर के मारे रतजगा कर रहे हैं. मंझलाडीह पंचायत के मुखिया कंचन सिंह ने कहा कि आपदा विभाग के तहत पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि दिलाने का प्रयास किया जायेगा.
पीड़ित परिवार को दी जायेगी मदद: कृषिमंत्री
अभी क्षेत्र से बाहर हैं. घटना की सूचना मिली है. परिजनों को सरकारी प्रावधान के अनुसार हर संभव सहायता दिलायी जायेगी. इसे लेकर डीसी को निर्देश दे चुके हैं.
रणधीर सिंह, कृषि मंत्री
शांत स्वभाव का होता है हाथी लेकिन परेशान करने पर हो जाता है गुस्सैल व खतरनाक
पहले दिन जब मधुपुर क्षेत्र में हाथियों का झुंड प्रवेश किया तो यह कौतूहल का विषय बन गया. लेकिन धीरे-धीरे हाथियों ने अपने स्वभाव के विपरीत पिछले चार दिनों में दो लोगों को मार दिया व कई घर ध्वस्त कर दिये. इतना ही नहीं कई ग्रामीणों को बेघर कर दिया. हाथी शान्त स्वभाव का होता है. लेकिन चिढ़ाने और परेशान करने पर यह गुस्सैल और खतरनाक हो जाता है. यह कुछ भी नष्ट कर सकता है. यहां तक कि लोगों को भी मार सकता है. और कुछ ऐसा ही पिछले चार दिनों में हुआ. इसलिए वन विभाग के पदाधिकारी भी ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने व उन्हें परेशान नहीं करने के लिए सचेत कर रहे हैं. लेकिन ग्रामीण ऐसा नहीं कर रहे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement