इस मामले में नगर पुलिस का कहना है कि जिन 17 ट्रकों के चालान वैध मिले हैं, उनलोगों से ओवरलोडिंग की फाइन करायी जा रही है. फाइन वसूली के बाद इन ट्रकों को थाना से छोड़ दिया जायेगा. जिन 19 ट्रकों के खनन चालान अमान्य करार दिया गया है, उसके चालकों सहित मालिकों के विरुद्ध खनन पदाधिकारी के प्रतिवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नगर इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी ने बताया कि नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी को खनन कार्यालय भेजा गया था.
जिन 19 ट्रकों के खनन चालान अमान्य पाये गये उसकी जब्ती सूची तैयार कर ली गयी है. खनन पदाधिकारी से प्रतिवेदन मिलने के बाद इन ट्रकों के चालकों व मालिकों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिये गये हैं. जानकारी हो कि 28 दिसंबर की देर रात में सर्कुलर रोड पर सीसीआर डीएसपी रविकांत भूषण के नेतृत्व में सघन चेकिंग अभियान चला कर 40 गिट्टी लोड ट्रकों को पकड़ा गया था. खनन विभाग से चालान का सत्यापन कराये जाने के बाद 30 दिसंबर को ही रात में तीन ट्रकों से फाइन वसूली कर छोड़ दिया गया था. बाकी ट्रकों के चालान सत्यापन के लिये खनन विभाग द्वारा संबंधित खनन कार्यालय को पत्राचार किया गया था. इसके बाद सोमवार को एक ट्रक के चालान का रिपोर्ट खनन विभाग द्वारा सत्य करार दिया गया था. उक्त ट्रक से भी फाइन वसूली कर सोमवार रात में नगर पुलिस ने मुक्त कर दिया था. बताते चलें कि डीएसपी ने गुप्त सूचना पर उक्त चेकिंग अभियान चलाया था. सूचना मिली थी कि बिना चालान के ट्रकों पर ओवरलोड गिट्टी दुमका की तरफ से देवघर होकर बिहार ले जाया जा रहा है. पुलिस को देखकर चालक गाड़ी छोड़ भागने लगे थे. इसके पूर्व भी देवघर पुलिस द्वारा लगातार चेकिंग अभियान चला कर कई बार ओवरलोड गिट्टी ट्रकों को पकड़ा गया था. ऐसे करीब तीन-चार प्राथमिकी नगर थाना में दर्ज करायी गयी थी.