सारठ:एक तरफ पुलिस साइबर क्राइम के आरोपितों की धर पकड़ के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, वहीं दूसरी ओर साइबर ठगी के विभिन्न कांड में मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपित खुलेआम घूमते रहे हैं. झगराही, नया खरना आदि गांव के कई नामजद पर गैरजमानतीय धारा का कांड दर्ज है. लेकिन ये सभी सारठ चौक व थाना के आसपास आसानी से देखे जा सकते हैं. साइबर आरोपित पुलिस को कोड वर्ड के रूप में मामू का उपयोग करते हैं.
जब भी पुलिस इनके आसपास दिख जाती है ये आपस में कोड वर्ड का इस्तेमाल करने लगते हैं. पुलिस की नजर में भले ही ये फरार हैं, लेकिन ये पुलिस के आसपास ही देखे जा सकते हैं. सारठ थाना क्षेत्र साइबर क्राइम के एक गढ़ के रूप में जाना जाता है. झगराही गांव में साइबर क्राइम का प्रशिक्षण केंद्र भी चलाये जाने की बात सामने आयी है.
पिछले दिनों जामताड़ा जिला के साइबर क्राइम के एक गिरोह का मास्टरमाइंड जयप्रकाश मंडल भी झगराही में ही रंजीत मंडल के घर से पकड़ा गया था. इसके अलावा जामताड़ा से ही बोलेरो के साथ पकड़े गये आरोपित की शिनाख्त पर उसे लेकर सात जनवरी की देर शाम झगराही पहुंची दिल्ली व सारठ पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव कर आरोपितों को हिरासत से भगा दिया था. इस मामले में भी कई पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. ये आरोपित आज भी पुलिस पकड़ से फरार हैं पर सारठ बाजार समेत आसपास ये देखे जा रहे हैं.
युवाओं की तैयार हो रही प्रोफाइल: एसडीपीओ
झगराही, नया खरना, बरमसिया, ढोडोडुमर, नवादा समेत कई गांवों के कुछ युवाओं की पहचान साइबर क्राइम में संलिप्तता के आधार पर की गयी है. पुलिस इनका प्रोफाईल तैयार कर रही है. जल्द ही इन पर कार्रवाई की जायेगी.
अशोक कुमार सिंह, एसडीपीओ