इन गंदगियों में कीड़े-मकौड़े आराम से छिपकर रह सकते हैं. पुराना चितकाठ स्कूल के किचन में जो गंदगी का नजारा है, इससे प्रतीत होता है कि कई माह से साफ-सफाई नहीं हुई है. इसका सबसे बड़ा कारण पदाधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण नहीं होना भी है. यह स्थिति सिर्फ एक स्कूल की नहीं है, जिले के कई स्कूलों में किचन शेड की यही स्थिति है. डीएसइ, बीइइओ, बीआरपी व सीआरपी का निरीक्षण सिर्फ हाजिरी पंजी व शिक्षकों की उपस्थिति देखने व घुड़की देने तक ही सीमित है. वह भी कभी-कभी. कोई अधिकारी स्कूलों की अव्यवस्था देखने की जहमत नहीं उठाते हैं. इसकी का नतीजा है कि महज साफ-सफाई के अभाव में बच्चों को विषाक्त भोजन खाना पड़ा. योजना चालू हुए वर्षों बीत गये लेकिन आज तक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका.
Advertisement
लापरवाही. कहीं बजबजाती गंदगी, तो कहीं खुले में बनते हैं हमारे बच्चों का भोजन
देवघर : मोहनपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुराना चितकाठ में मध्याह्न भोजन में छिपकली गिरने के बाद विषाक्त भोजन खाने से 56 बच्चे के बीमार होने के मामले ने स्कूलों के रसोइघरों व इसकी मॉनिटरिंग की पोल खोल दी है. पुराना चितकाठ स्कूल में जहां एमडीएम तैयार किया गया था, वहां गंदगी का अंबार […]
देवघर : मोहनपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुराना चितकाठ में मध्याह्न भोजन में छिपकली गिरने के बाद विषाक्त भोजन खाने से 56 बच्चे के बीमार होने के मामले ने स्कूलों के रसोइघरों व इसकी मॉनिटरिंग की पोल खोल दी है. पुराना चितकाठ स्कूल में जहां एमडीएम तैयार किया गया था, वहां गंदगी का अंबार है. किचन की छत पर कई जगह कालिख लगी हुई है. किचन के छज्जे पर अनावश्यक सामग्री रखी गयी है जो गंदगी से लिपटा हुआ है.
जमुआ : खुले आसमान के नीचे बनता है एमडीएम
चितरा. चितरा के निकट पालोजोरी प्रखंड स्थित जमुआ प्राथमिक विद्यालय में खुले आसमान के नीचे मध्याह्न भोजन बनाया जाता है. इससे कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है. इतना ही नहीं स्कूल के बगल में किचन बनाया जा रहा है, लेकिन कई माह से निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है. सब से दुखद बात यह है कि इस से विभाग अनजान बना हुआ है.
मोहनपुर: बीइइओ ने 26 स्कूलों में लिया जायजा
मोहनपुर. बुधवार को पुराना चितकाठ में एमडीएम में हुई गड़बडी की घटना के बाद बीइइओ तरुण घांटी ने रिखिया संकुल के 26 स्कूलों में एमडीएम का निरीक्षण किया. सभी स्कूल के सचिव व रसोइया को साफ-सफाई संबंधित निर्देश दिया. बीइइओ ने कहा कि रसोइघर पूरी तरह से साफ रखना है. एमडीएम की शिकायत मिलने पर सचिव का वेतन बंद कर देंगे. इस दौरान बीआरपी,गणेश गौतम, झा,नगमेश्वर झा व सुशील झा आदि मौजूद थे.
पालोजोरी: कई स्कूल के किचन में अव्यवस्था
पालोजोरी. पालोजोरी के कई स्कूल प्रबंधन साफ-सफाई को लेकर सजग नहीं है. भोजन बनाने के स्थान में गंदगी व कुव्यवस्था का आलम है. अगर समय रहते स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो पालोजोरी के कुछ स्कूलों में इस तरह की घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसका उदाहरण अंचल क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखा जा सकता है. किचन शेड के ईदगिर्द कबाड़ जमा रखा गया है. वहीं अनाज रखने के स्थान में भी मकड़े के जाले देखे गए.
क्या कहते हैं डीएसइ
सचिव, सीआरपी व बीआरपी से शो-कॉज पूछा गया है. वास्तव में नियमित निरीक्षण नहीं होने से यह लापरवाही हुई है. फिलहाल नयी समिति का गठन होगा. इन दिनों शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में व्यस्तता होने की वजह से मैं निरीक्षण नहीं कर पा रहा था. जल्द ही गांव में स्कूलों के निरीक्षण में निकलूंगा.
– सुधांशु शेखर महेता, डीएसइ, देवघर
बीडीओ ने डीसी को भेजी रिपोर्ट, समिति भंग
पुराना चितकाठ स्कूल की घटना को लेकर मोहनपुर बीडीओ शैलेंद्र कुमार रजक ने डीसी को रिपोर्ट भेजी है. बीडीओ ने विद्यालय प्रबंध समिति को भंग करते हुए अध्यक्ष, संयोजिका व रसोई को हटा दिया है. साथ ही सीआरपी व सचिव से शो-कॉज किया गया है. मोहनपुर बीइइओ तरुण घांटी ने भी डीएसइ को एक रिपोर्ट भेजकर शुक्रवार को नयी समिति गठन करने की बात कही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement