इस योजना में बिचौलिया हावी है. पिछले दिनों निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता की लिखित शिकायत उच्चाधिकारियों से की गयी थी. उपमुखिया जाकी ने कहा कि रविवार को वह अपने पंचायत के कार्यो से मोरने गांव गये थे. उच्चाधिकारियों से शिकायत करने पर बौखालाये सभी छह आरोपितों ने उन्हें रोका व मारपीट की. इस दौरान आठ हजार रुपया का सरकारी कैमरा भी छिन लिया.
उपमुखिया के अनुसार आरोपितों ने धमकी देते हुए कहा कि कब्रिस्तान घेराबंदी में लिखित शिकायत में हस्ताक्षर क्यों किये. इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं होने पर मोरने पंचायत की मुखिया गुलशन तारा ने पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाया है. मुखिया ने कहा कि पंचायतीराज में भी बिचौलिया हावी है. इसका विरोध किये जाने पर उपमुखिया को पीटा जाता है. मुखिया को धमकी दी जाती है. बावजूद पुलिस-प्रशासन कोई कदम नहीं उठाती है. मुखिया ने आरोप लगाया कि आरोपितों को पंचायतीराज के ही एक बड़े जनप्रतिनिधि का संरक्षण प्राप्त है. इसलिए पुलिस कोई कदम नहीं उठा रही है.