चितरा : पालोजोरी थाना क्षेत्र के शिमलगढ़ा में अफीम की फसल नष्ट करने के नाम पर पुलिस द्वारा केवल खानापूर्ति की गयी है. अब भी उक्त खेत के अधिकांश हिस्सों में अफीम लहलहा रहा है. वहां पहुंचने पर स्थिति देखी जा सकती है. सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को पुलिस अफीम की कुछ ही फसल को […]
चितरा : पालोजोरी थाना क्षेत्र के शिमलगढ़ा में अफीम की फसल नष्ट करने के नाम पर पुलिस द्वारा केवल खानापूर्ति की गयी है. अब भी उक्त खेत के अधिकांश हिस्सों में अफीम लहलहा रहा है. वहां पहुंचने पर स्थिति देखी जा सकती है. सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को पुलिस अफीम की कुछ ही फसल को नष्ट कर चली गयी. इससे पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
हालांकि शनिवार को जांच में पहुंचे कर्मचारी मणिलाल प्रसाद ने जब अफीम की खेती की जमीन के संबंध में आसपास के लोगों से पूछना चाहा तो किसी ने भी कुछ बताने से इनकार कर दिया. जिसके बाद कर्मचारी वापस लौट गये. दूसरी ओर जिस जगह पर अफीम की खेती की जा रही है उसके अगल बगल गेहूं आदि के फसल लगे हैं. जानकारी के अनुसार, वहां प्रत्येक वर्ष अफीम की खेती की जाती रही है. लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.
* पुलिस ने किया मामला दर्ज: अफीम की खेती के मामले में पालोजोरी थाना में मामला दर्ज किया गया है जिसमें सिनंद मरांडी को नामजद आरोपित बनाया गया है. इस संबंध में पालोजोरी थाना कांड संख्या 10/15 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.
– अफीम पूरी तरह नष्ट करना था. अगर खानापूर्ति हुई है तो जांच करायेंगे. दोषी पर कार्रवाई होगी. जिले में कहीं भी अफीम की खेती हो रही है तो एसडीपीओ व थाना प्रभारियों को पता लगाने का निर्देश दिया गया है.
पी मुरुगन, एसपी