देवघर: इसीएल की जामताड़ा रेलवे साइडिंग के सड़क निर्माण व मजबूतीकरण में ठेकेदार व अधिकारियों द्वारा गड़बड़ी की गयी है. सीबीआइ धनबाद की एंटी करप्शन विंग ने बुधवार को देवघर, गोड्डा समेत पांच स्थानों पर छापामारी कर गड़बड़ी का खुलासा किया है. सीबीआइ की धनबाद टीम ने बुधवार की सुबह जिला परिषद उपाध्यक्ष परिमल कुमार सिंह उर्फ भूपेन सिंह के चार ठिकानों पर छापेमारी की.
यह छापेमारी छाताडंगाल स्थित बीएन इंजीनियरिंग के चितरा वर्कशॉप व कार्यालय एवं देवघर करनीबाग स्थित आवास व कार्यालय पर हुई. श्री सिंह इस कंपनी के ऑनर हैं. छापेमारी में टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये. श्री सिंह के अलावा इसीएल के एक जेइ एचके प्रसाद के आवास पर भी छापेमारी की गयी.
हिरासत में घंटों हुई पूछताछ
मामला 2011-12 में जामताड़ा रेलवे साइडिंग में 36 लाख की लागत से सड़क निर्माण का है जिसमें बीएन इंजीनियरिंग कंपनी पर आरोप है कि इन्होंने मात्र 16 लाख का ही काम किया, लेकिन विभागीय मिलीभगत से पूरा भुगतान प्राप्त कर लिया. इस मामले की शिकायत चीफ विजिलेंस अफसर इसीएल ने सीबीआइ से की.
इसी के अनुसंधान के दौरान सीबीआइ की टीम ने एक साथ देवघर, चितरा व गोड्डा इसीएल महगामा में कई ठिकानों पर छापेमारी की. बुधवार की सुबह में ही टीम एक साथ चारों ठिकानों पर पहुंची. करनीबाग से टीम ने परिमल सिंह को हिरासत में लिया और उन्हें साथ लेकर करनीबाग स्थित कार्यालय गये और घंटों पूछताछ की. इस दौरान कंप्यूटर से डाटा खंगाला, फाइलों से इसीएल में किये गये काम से संबंधित दस्तावेजों को देखा और कई महत्वपूर्ण कागजात को जब्त किया.