देवघर : खूंटी जिले की एक युवती कुछ दिन पूर्व प्राइवेट क्लिनिक में नर्स की नौकरी खोजते हुए देवघर पहुंची थी. उससे यहां के एक प्राइवेट कंपाउंडर की जान-पहचान भी थी. उसी कंपाउंडर के बुलावे पर युवती ट्रेन से जसीडीह पहुंची, जहां कंपाउंडर ने उसे रिसिव कर कहा था कि फिलहाल डॉक्टर बाहर चले गये हैं.
इसके बाद उक्त युवती को कंपाउंडर ने रात में जसीडीह के एक लॉज में ठहराया था. युवती का आरोप है कि उसी लॉज में कंपाउंडर ने उसके साथ दुष्कर्म कर लिया. देवघर से लौटने के बाद युवती ने खूंटी एसपी से मिलकर अपना दर्द बयां किया. एसपी के निर्देश पर युवती की शिकायत लेकर खूंटी के सायको थाने में दो सितंबर को दुष्कर्म का एफआइआर दर्ज किया गया. दर्ज मामले में देवघर के एक हड्डी डॉक्टर मनीष कुमार के कंपाउंडर सुनील कुमार को आरोपित बनाया गया.
सुनील की तलाश में खूंटी के सायको थाने की छापेमारी टीम गुरुवार को देवघर पहुंची. यहां नगर थाना गश्ती दल के सहयोग से खूंटी जिले से पहुंची छापेमारी टीम ने कंपाउंडर सुनील की खोजबीन की. इस क्रम में खूंटी पुलिस डॉ मनीष के क्लिनिक में कंपाउंडर सुनील को खोजने गयी, लेकिन वहां पता चला कि अभी क्लिनिक नहीं चल रहा है. सुनील के बारे में कुछ पता नहीं चलने पर खूंटी पुलिस की छापेमारी टीम जसीडीह के उस लॉज में गयी, जहां युवती द्वारा घटनास्थल बताया गया है.
लॉज में पुलिस को पता चला कि युवती को ठहराने के लिए कंपाउंडर सुनील ने अपने आधार कार्ड की छायाप्रति पर कमरा बुक कराया था. खूंटी पुलिस ने सुनील के आधार कार्ड की छायाप्रति लॉज से प्राप्त कर ली है. ऐसे में अब खूंटी पुलिस को सुनील के आवासीय पता की जानकारी हो चुकी है. खूंटी पुलिस की छापेमारी टीम सायको थाने के एएसआइ सुभाष चंद्र महतो के नेतृत्व में देवघर पहुंची थी. एएसआइ सुभाष ने नगर थाने में एक लिखित सूचना देकर सहयोग मांगा.
नगर पुलिस के सहयोग से खूंटी पुलिस की छापेमारी टीम कंपाउंडर सुनील के नाम-पता का सत्यापन कर वापस लौट गयी. अब खूंटी कोर्ट से कंपाउंडर सुनील के खिलाफ वारंट निर्गत करायेगी. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करेगी. खूंटी पुलिस ने बताया कि पूर्व में खूंटी की उक्त युवती कुंडा के एक प्राइवेट क्लिनिक में कुछ दिन काम की थी. उसी क्रम में कंपाउंडर सुनील से उसकी जान-पहचान हुई थी.