लापरवाही : चार दिन पहले इलाज कर किया गया था डिस्चार्ज
देवघर : कास्टर टाउन काली मंदिर गली स्थित संजना क्लिनिक में ऑपरेशन के बाद जसीडीह थाना क्षेत्र के दोरही निवासी उल्फी देवी की हुई मौत मामले में उसके पति लालगोविंद पंडित की शिकायत पर नगर थाने में एफआइआर दर्ज किया गया है. मामले में क्लिनिक संचालक डॉ केडी दास व उनके कंपाउंडर को आरोपित बनाया गया है. जिक्र है कि 26 अगस्त को लालगोविंद ने पत्नी उल्फी को उक्त क्लिनिक इलाज के लिये लाया था. दूसरे दिन वहां उल्फी के बच्चादानी का ऑपरेशन हुआ. ओटी से डॉक्टर व कंपाउंडर उसे मृत हालत में बाहर निकालकर भागने लगे.
उसी क्रम में उनलोगों ने दूसरे डॉक्टर के पास ले जाने को कहा. मृत हालत में उनलोगों ने उसकी पत्नी को अस्पताल से बाहर निकालकर फेंक दिया. मना करने पर भागने की बात कहते हुए बोला कि भाग जाओ वर्ना तुम्हारे ऊपर एफआइआर कर दिया. जब तक रिपोर्ट मांगे तब तक वे गाड़ी स्टार्ट कर फरार हो गये.
डॉक्टर ने पत्नी को अंदर से ताला लगाने कहा. उसकी पत्नी गाली-गलौज करते हुए अंदर से ताला लगा ली. इसकी सूचना उसने डायल-100 पर कॉल कर पुलिस को दिया. इसके बाद पुलिस पहुंची तब उसने पत्नी का शव अंदर किया. लालगोविंद का आरोप है कि संजना क्लिनिक के संचालक डॉ केडी दास ने जान बूझकर उसकी पत्नी को मार दिया. मामले में उसने डॉक्टर व कंपाउंडर पर कार्रवाई की मांग की है. मामले में भादवि की धारा 304, 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर नगर पुलिस पड़ताल में जुटी है.
मामले में डीआइसी ने मांगी रिपोर्ट : इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ विजय शंकर दास ने देवघर सिविल सर्जन से अविलंब रिपोर्ट मांगी. प्रभात खबर में छपी रिपोर्ट रसोईघर को ओटी बनाकर डॉक्टर ने महिला की जैसे-तैसे सर्जरी की और बाद में महिला की मौत संबंधी कतरन भेजकर पूरे मामले में रिपोर्ट करने को कहा गया है. उक्त क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन था या नहीं, इस पर भी सिविल सर्जन को निदेशक प्रमुख ने स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.