21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बाबाधाम में उमड़ा केसरिया सैलाब, टूटा रिकॉर्ड, सावन की दूसरी सोमवारी पर तीन लाख से अधिक कांवरियों ने चढ़ाया जल

कमिश्नर सहित आला अधिकारी रविवार की रात से ही करते रहे कैंप देवघर : सावन की दूसरी सोमवार को बाबा नगरी में केसरिया सैलाब उमड़ पड़ा. जलार्पण के सभी रिकॉर्ड टूट गये. बाबा मंदिर में पहली बार एक दिन में तीन लाख से अधिक कांवरिया भक्तों ने जलार्पण किया. पूरा देवघर गेरुआ वस्त्रधारियों से पट […]

कमिश्नर सहित आला अधिकारी रविवार की रात से ही करते रहे कैंप
देवघर : सावन की दूसरी सोमवार को बाबा नगरी में केसरिया सैलाब उमड़ पड़ा. जलार्पण के सभी रिकॉर्ड टूट गये. बाबा मंदिर में पहली बार एक दिन में तीन लाख से अधिक कांवरिया भक्तों ने जलार्पण किया. पूरा देवघर गेरुआ वस्त्रधारियों से पट गया. प्रदोष व सोमवारी तिथि होने की वजह से बाबा पर जलार्पण के लिए भक्त घंटों तक कतार में डटे रहे. इसके लिए रविवार की रात से ही कांवरियों के आगमन में काफी तेजी देखी गयी.
देर रात दो बजे तक बाबा मंदिर से 15 किमी दूर कांवरियों की कतार कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच गयी थी. यह कतार सोमवार शाम तक एक समान बनी रही. शाम सात बजे तक कांवरियों की कतार नंदन पहाड़ के पार तक देखी गयी.
दूसरी ओर कांवरिया पथ पर भी सोमवार दिन भर सुल्तानगंज से कांवरियों का रेला बाबाधाम की ओर बढ़ता रहा. दूसरी सोमवारी को शाम पांच बजे तक 1.85 लाख से अधिक तथा रात आठ बजे तक दो लाख से अधिक कांवरिये जलार्पण कर चुके थे. इससे पहले सोमवारी पर चली आ रही परंपरा के अनुसार बाबा मंदिर का पट निर्धारित समय अहले सुबह 03.05 बजे खुलने के बाद कांचा जल पूजा संपन्न कराया गया.
कृष्णा बम ने बाह्य अरघा से किया जलार्पण : दूसरी सोमवार पर कृष्णा बम डाक कांवर लेकर सुबह करीब पौने दस बजे तक बाबा मंदिर पहुंची. मंदिर में कृष्णा बम को प्रबंधक रमेश परिहस्त ने सुरक्षा घेरे में ले जाकर निकास द्वार पर लगे बाह्य अरघा में जलार्पण कराया. जलार्पण के बाद कृष्णा बम ने कहा कि मंदिर व जिला प्रशासन द्वारा बनायी गयी व्यवस्था के अनुसार सभी डाक व आम कांवरियों को जलार्पण करना चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें