देवघर: श्रावणी मेला में अरघा व प्रवेश-कार्ड सिस्टम पर मंदिर प्रशासनिक भवन में शनिवार को पंडा धर्मरक्षिणी सभा व मंदिर प्रशासन के बीच हुई बैठक बेनतीजा रहा. बैठक में प्रशासन की ओर से की जा रही तैयारी के विषय में मंदिर प्रभारी सह डीपीआरओ बिंदेश्वरी झा ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा को जानकारी दी. उन्होंने कहा : गत वर्ष से सबक लेते हुए कुछ फेरबदल किया गया है.
अरघा व कार्ड सिस्टम से श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करायी जायेगी. इसके लिए सभा की मदद की जरूरत है. इस पर सभा ने असहमति जतायी, कहा कि आप लोग निर्णय लेकर सभा से मुहर लगवाना चाहते हैं. यह नहीं चलेगा. गत वर्ष भी हमलोगों के विरोध के बावजूद रिस्ट बैंड व अरघा लागू कर असफल प्रयास किया गया. पुन: गलती की जा रही है. हमलोग समर्थन नहीं करेंगे. केवल बाबा से सफलता की कामना करेंगे.
शीघ्र दर्शनम् के श्रद्धालुओं को मानसरोवर से प्रवेश का विरोध
पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने शीघ्र दर्शनम वाले श्रद्धालुओं को मानसरोवर से प्रवेश पर विरोध जताया. उन्हें प्रशासनिक भवन, संस्कार मंडप या स्पेशल दरवाजे से प्रवेश कराने की सलाह दी. पैसे लेकर मानसरोवर तट से प्रवेश कराना अनुचित बताया. वहीं मंदिर में नित नये प्रयोग में श्रद्धालुओं के पैसों को फिजुलखर्ची बताते हुए कहा कि मंदिर में दो दिन काम का मौका दीजिए, दिखा देंगे बिना अरघा व कार्ड सिस्टम का भी सुलभ दर्शन-पूजा हो सकता है. बैठक में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो डा सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर, मंत्री निताय चांद अड़ेवार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुणानंद झा, अरुण कुमार झा, सुरेंद्र नाथ पुरोहितवार, मंदिर सहायक प्रभारी दीपक मालवीय, अनंत तिवारी आदि मौजूद थे.