देवघर : नगर निगम की लापरवाही से लवली कुमारी सिन्हा को सरकारी नौकरी गंवानी पड़ सकती है. निगम का चक्कर लगाते-लगाते लवली कुमारी सिन्हा थक चुकी है, लेकिन उसका उसका जन्म प्रमाण पत्र नहीं बना है. वह दो फरवरी को ही आवेदन जमा की है, लेकिन अब तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाया गया. उसकी मजबूरी कोई सुननेवाला नहीं है.
उसे आठ फरवरी तक झारखंड एसएससी कार्यालय में आवासीय प्रमाण पत्र जमा करना है. समय पर प्रमाण पत्र जमा नहीं करने पर सरकारी नौकरी से वंचित हो सकती है.
गुरुवार को निगम पहुंची लवली कुमारी को एक बार फिर निराश हाथ लगी, तो उसके आंसु छलक गये. लवली ने बताया कि उसने झारखंड एसएससी की परीक्षा पास की है और हाइस्कूल शिक्षक के रूप में चयन हुआ है. इसमें ज्वाइन करने के लिए उससे आवासीय प्रमाण पत्र मांगा गया है.
उसकी शादी आठ साल पहले जमशेदपुर में राकेश कुमार दास के साथ हुई है तथा वह अपने पति के साथ जमशेदपुर में रहती है. टीचर पद पर चयन के बाद उससे आवासीय प्रमाण पत्र मांगा है. देवघर नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र नहीं मिलने के कारण आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का मामला फंस गया है.
वह पिछले चार दिनों से देवघर नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मायके में बैठी हुई है. जमशेदपुर में घर पर उसकी छोटी बच्ची रो रही है. नगर निगम आने पर सर्वर खराब होने की बात कही जाती है. वहां पर मेनुअल बनाने का आग्रह कर रहे हैं.
जन्म प्रमाण पत्र विभाग के जिला सांख्यिकी पर्यवेक्षक दीपक कुमार ऑफिस नहीं आ रहे हैं. उनसे फोन पर आग्रह करने पर भी मेरी मजबूरी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं. वह सर्वर ठीक होने के बाद ही समस्या का समाधान होने की बात कह रहे हैं.
- एक फरवरी से बंद है निगम का सर्वर
- नहीं बन रहा है जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र
- देवघर से जन्म प्रमाण पत्र बनने के बाद लवली का जमशेदपुर में बनेगा आवासीय प्रमाण पत्र