देवघर : मोहनपुर अंचल के चांदन नदी के उस पार बनने वाले अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट की जमीन का भौतिक सर्वे शुक्रवार से चालू किया गया. भू-अर्जन विभाग व अंचल कार्यालय की टीम ने 14 गांवों में करीब छह घंटे तक चिह्नित कुल 1694 एकड़ जमीन का भाैतिक सर्वे किया.
साथ ही 14 गांवों में पड़ने वाले रैयती जमीन का भी सर्वे नक्शा व खतियान के साथ किया गया. इस प्रोजेक्ट में रैयती जमीन का भी अधिग्रहण करने की योजना है. भौतिक सत्यापन में सभी 14 गांवों में चिह्नित 80 एकड़ जमीन खाली पड़ी हुई है.
शेष 20 फीसदी जमीन पर घर-मकान है. टीम ने घर व मकान छोड़कर केवल खाली पड़ी जमीन का सर्वे किया. इससे पहले टीम ने नक्शा व खतियान के अनुसार पावर प्रोजेक्ट की जमीन की रिपोर्ट तैयार की थी, अब रैयती जमीन का भौतिक सम्यापन होने के बाद शनिवार से रैयती जमीन के रकबा का आकलन होगा.
भौतिक सत्यापन के दौरान पिपरा मौजा के ग्राम प्रधान मदन साह समेत झगरुडीह के रैयत अरुण मंडल आदि ने अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के लिए अपनी जमीन देने पर सहमति टीम के समक्ष जतायी. अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के लिए 1694 एकड़ जमीन में 1192 एकड़ सरकारी व 502 एकड़ वन भूमि चिन्हित है. टीम में भू-अर्जन के कानूनगो समेत हल्का कर्मचारी रंजीत झा व अमीन थे.