देवघर: देवघर भूमि घोटाला से जुड़े अभिलेखागार चोरी कांड की जांच कर रही सीबीआइ हर बिंदुओं पर अपना अनुसंधान कर रही है. अभिलेखागार से दस्तावेज चोरी व जलाने के पीछे की हर बिंदु पर सीबीआइ ध्यान केंद्रित कर रही है. डीसी के गोपनीय शाखा से अभिलेखागार तक बंद बक्सा में सीलबंद दस्तावेज पहुंचाया गया था. दस्तावेज को पहुंचाने के दौरान जिस वाहन का प्रयोग किया था सीबीआइ ने उस वाहन के चालक व बक्सा पकड़ने वाले अनुसेवक से पूछताछ की है.
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने मधुपुर स्थित उक्त सरकारी ड्राइवर के आवास पर छापेमारी की व उनकी संपत्तियों का आकलन भी किया. बताया जाता है कि सीबीआइ पूछताछ में यह जानना चाह रही थी कि वाहन से दस्तावेज किस परिस्थिति में ले जाया गया व सुरक्षा की क्या व्यवस्था थी.
इसके अलावा बक्सा सही तरीके से सील किया गया था या नहीं. इससे जुड़े अन्य कई बिंदुओं पर सीबीआइ ने ड्राइवर से पूछताछ की. जबकि अनुसेवक को देवघर कैंप बुलाकर सीबीआइ ने पूछताछ की है. सूत्रों के अनुसार ड्राइवर को सीबीआइ धनबाद कार्यालय भी बुलाया गया है, जहां सीबीआइ एसपी उक्त ड्राइवर से पूछताछ करेंगे.
इसी कड़ी में हुआ था सर्च
पिछले दिनों सीबीआइ द्वारा राज्य भर में सर्च अभियान अभिलेखागार चोरी कांड के मामले में ही चलाया गया था. सीबीआइ ने गोपनीय शाखा से अभिलेखागार तक दस्तावेज पहुंचाने के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करने के लिए तत्कालीन गोपनीय शाखा प्रभारी संजय कुमार व अभिलेखागार प्रभारी मिथिलेश झा के यहां सर्च किया था. बताया जाता है कि सर्च में सीबीआइ यह पता लगाने में जुटी थी कि अभिलेखागार में दस्तावेज रखते समय कौन-कौन अधिकारी तथा कर्मी मौजूद थे.