देवघर: देवघर अंचल के ठाढ़ीदुलमपुर मौजा देवघर भूमि घोटाला में शीर्ष पर है. ठाढ़ीदुलमपुर में लगभग 10 एकड़ जमीन सीबीआइ जांच के दायरे में है. ठाढ़ीदुलमपुर में एलए व पट्टा बसौड़ी का फरजी कागजात तैयार कर जमीन घोटाला हुआ है.
सीबीआइ की टीम खुद कई बार ठाढ़ीदुलमपुर में घोटाले वाली जमीन स्थल निरीक्षण कर चुकी है. बावजूद ठाढ़ीदुमलपुर मौजा में जमीन का अवैध कारोबार बेखौफ चल रहा है. भू-माफिया सीबीआइ जांच को भी चुनौती दे रहा है. ठाढ़ीदुलमपुर में इन दिनों धड़ल्ले से पट्टा बसौड़ी व ननसेलेबुल जमीन का अवैध कारोबार चल रहा है. भू-माफिया प्लाटिंग कर टुकड़ों में जमीन की खरीद-बिक्री कर रहे हैं तथा धड़ल्ले से घेराबंदी की जा रही है.
एक तरफ सीबीआइ की टीम की नजर ठाढ़ीदुलमपुर मौजा के घोटाले वाली जमीन पर है वहीं दूसरी ओर भू-माफिया घोटाले से जुड़े जमीन पर नजर गड़ाये हुए हैं. यहां तक कि घोटाले वाली जमीन पर भी ट्रेंच कटिंग किया जा रहा है. जबकि जिला प्रशासन को इसमें निगरानी रखनी है. घोटाले के दायरे वाली जमीन में कोई छेड़छाड़ नहीं होना है. इसकी जिम्मेवारी सीओ को दी गयी है. बावजूद धड़ल्ले से ट्रेंच कटिंग किया जा रहा है.
पाथरौल मौजा की जमीन को ठाढ़ीदुलमपुर में बेच दिया था : ठाढ़ीदुलमपुर में भू-माफिया इस कदर सक्रिय है कि करौं अंचल के पाथरौल मौजा की जमीन को फरजी दस्तावेज के आधार पर ठाढ़ीदुलमपुर में दर्शा कर बेच दिया था. सीबीआइ जांच में यह मामला पकड़ाया था. सीबीआइ ने हाल के दिनों ठाढ़ीदुमलपुर मौजा खतियान व नक्शा समेत कुल बसौड़ी जमीन की संख्या देवघर के एसडीओ से मांगी है. इसमें ठाढ़ीदुलमपुर मौजा के जमाबंदी नंबर 36 0 71 के प्लॉट नंबर 301, 761, 763 व 304 आदि का मूल खतियान व रिकार्ड का ब्योरा मांगा गया है. ठाढ़ीदुलमपुर में जमीन घोटाले को लेकी सीबीआइ ने कई चर्चित लोगों से पूछताछ भी की है. चूंकि देवघर अंचल क्षेत्र में ठाढ़ीदुमलपुर में सेल सर्टिफिकेट के जरिये बड़े पैमाने पर एलए की जमीन पर गड़बड़ी हुई थी और एलए की जमीन देवघर भूमि घोटाले का सूत्रधार बताया जाता है.