देवघर : के प्राइमरी स्कूलों से सेवामुक्त किये गये वाणिज्य स्नातक शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि जिला शिक्षा स्थापना समिति देवघर एक सप्ताह में नियुक्ति पर पुनर्विचार करें. अन्यथा बाध्य होकर सेवामुक्त किये गये सभी शिक्षक सपरिवार आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे. सेवामुक्त शिक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा है कि जिला शिक्षा स्थापना समिति देवघर की बैठक की कार्यवाही में आधार बनाते हुए सेवामुक्त कर दिया गया. जबकि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षक परिषद द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट उल्लेख है
कि राज्य सरकार टीइटी परीक्षा में वाणिज्य स्नातक योग्यताधारी को बैठने की अनुमति देने के लिए टीइटी की प्रक्रिया में युक्तियुक्त बदलाव करें. लेकिन, झारखंड अधिविद्य परिषद द्वारा वर्ग छह से आठ तक के लिए आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में वाणिज्य स्नातक के शामिल करने के लिए कोई निर्देश नहीं है. मार्च 2018 में आरटीआइ के माध्यम से पूछे गये सवाल के जवाब में जैक द्वारा बताया गया कि ऐसा कोई आदेश अथवा पत्र मानव संसाधन विकास विभाग झारखंड सरकार व प्राथमिक शिक्षा निदेशालय झारखंड द्वारा जारी नहीं किया गया है. इससे स्पष्ट होता है कि जिला शिक्षा स्थापना समिति देवघर द्वारा अवैधानिक रूप से वाणिज्य स्नातक प्रशिक्षित भाषा व कला शिक्षकों को सेवामुक्त