देवघर: बाबा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के दान का पैसा किस तरह बरबाद हो रहा है इसका उदाहरण मानसरोवर तट पर रखा जेनेरेटर है. यह जेनेरेटर रखरखाव के अभाव में सड़ रहा है. लेकिन मंदिर प्रबंधन बोर्ड ध्यान नहीं दे रहा है. इस कीमती जेनेरेटर के आसपास कूड़े का ढेर लगा हुआ है.
इससे मशीन का नीचले हिस्से में जंग लग गया है. इसके बावजूद इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. बाबा मंदिर में 24 घंटों निर्बाध बिजली के लिए प्रबंधन बोर्ड की ओर से डीसी के रवि कुमार के समय लाखों रुपये की लागत से हैवी जेनेरेटर खरीदा गया था. उसे जगह का अभाव बता कर मानसरोवर तट पर रखा गया. लेकिन केबुल के अभाव में अब तक मानसरोवर तट पर ही सड़ रहा है. उसका उपयोग नहीं हो रहा है. यह तीर्थपुरोहितों में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का कहना है कि बोर्ड को आवश्यकता नहीं थी तो खरीदना ही नहीं था.
क्या कहते हैं मंदिर प्रबंधक : इस संबंध में मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त ने कहा कि पाठक धर्मशाला में बिल्डिंग बनने के बाद जेनेरेटर को शिफ्ट कराया जायेगा. अभी जगह के अभाव में बाहर रखा गया है. श्रवणी मेले से पहले हर हालत में जेनेरेटर उपयोग में लाया जायेगा. वह सुरक्षित है व उनकी नजर में है.