देवघर : सोमवार को दिन भर कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बाबुपुर गांव के लोग डढ़वा नदी पर पोचा के दाह संस्कार के लिए घाट गये. वहां संस्कार की प्रक्रिया पूरी करते-करते रात हो गया. सभी घर लौटे तो किसी के घर में भोजन नहीं बना. सुबह उठे तो कई सामाजिक कार्यकर्ता व राजनितिक पार्टी के लोग गांव में समस्या जानने पहुंच गये.
इस चक्कर में काफी समय निकल गया. उसके बाद पहले दिन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोपहर बाद परिवार व गांव के लोगों के लिए घर के बाहर सार्वजनिक चूल्हा बना कर 20 किलो के चावल के साथ दाल व चटनी बनाया गया. बाद में उसे घरवालों व दूर-दराज से आने वाले नजदीकी रिश्तेदारों ने भोजन किया. इस खर्च का वहन पोचा का बेटा मिथुन ने किया.