सारठ: शहर के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का हाल खस्ता है. इस शाखा में करीब 16 हजार खाताधारी हैं. बैंक में फिलहाल सिर्फ तीन ही कर्मी कार्यरत हैं. इससे ग्राहकों को परेशानी के साथ साथ बैंक के अन्य कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं. यहां ग्राहकों के कुल जमा 32 करोड हैं. इसमें केसीसी, व्यवसाय, वाहन आदि ऋण में कुल मिला कर 13 करोड़ दिये गये हैं.
दो हजार चौर सौ किसानों को केसीसी की सुविधा दी गयी है. करीब आठ करोड़ का ऋण किसानों को दिया गया है. सारठ, सधरिया व आराजोरी के 44 गांव इस बैंक के पोषक क्षेत्र में आते हैं, जिनका खाता इस बैंक में 16 हजार के आसपास है. लोन अधिकारी के नहीं रहने के कारण नया ऋण स्वीकृत नहीं हो पा रहा है. छह की जगह मात्र तीन ही कर्मी कार्यरत हैं, जिसके कारण ग्राहकों का काम विलंब से होता है. साइबर क्राइम के कारण नये खाताधारियों को नेट बैंकिंग सुविधा नहीं दी जा रही है.
कहते हैं शाखा प्रबंधक : शाखा प्रबंधक संतोष कुमार ने कहा कि यहां चार सौ ऋणी के पास कुल तीन करोड़ की राशि एनपीए हो चुकी है. इसमें 50 डिफॉल्टरों को नोटिस दिया गया हैं. किसान केसीसी ले लेते हैं, लेकिन राशि जमा नहीं करते. जागरुकता की कमी है. केसीसी को अपनी आमदनी का जरिया समझते हैं.