देवघर: शहर में लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं. सरकारी के अलावा प्राइवेट क्लिनिकों में काफी संख्या में मरीज आ रहे हैं. ये मरीज दुर्गापुर, रांची, कोलकाता, पटना, भागलपुर रेफर हो रहे हैं. डेंगू के शिकार न्यायिक पदाधिकारी से लेकर आम आदमी तक हो रहे हैं. लेकिन अभी तक सदर अस्पताल में डेंगू से निबटने की व्यवस्था नहीं हुई है. वहीं निगम भी सुस्त है.
निगम न फागिंग कर रहा है और न ही डेंगू की रोकथाम के उपाय कर रहा है. ऐसे मामले लगातार प्रकाश में आने के बाद डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने संज्ञान में लिया और शनिवार को वे एसडीओ राम निवास यादव के साथ सदर अस्पताल की व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के दौरान डीसी ने सिविल सर्जन और डीएस को निर्देश दिया कि अविलंब डेंगू से निबटने की व्यवस्था और अस्पताल की अन्य व्यवस्था में सुधार लायें. इसी क्रम में डीसी ने निगम को भी निर्देश दिया कि पूरे शहर में फागिंग करायें.
साथ ही डेंगू की रोकथाम के उपाय करें. उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि ग्रामीण इलाकों में डेंगू की सूचना मिलते ही मलेरिया विभाग की टीम इलाके में भेजें और मास सर्वे करवायें. ब्लड सैंपल लेकर प्लेटलेट्स की जांच करवायें. डेंगू को लेकर जिला प्रशासन का फोकस बचाव और इलाज पर दोनों है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव कदम उठाये.
अस्पताल में इंट्री एक्सेस कार्ड से :
डीसी ने निरीक्षण के दौरान मरीजों की आगमन पंजी को देखा. वार्ड के मरीजों से मिल कर अस्पताल से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. डीसी ने कहा कि आने वाले समय में मरीजों व उनके परिजनों को सदर अस्पताल में इंट्री एक्सेस कार्ड के जरिए होगी.
लिफ्ट का डीपीआर तैयार करने का निर्देश
सीएस कार्यालय कक्ष में सीएस एससी झा सहित एसडीओ रामनिवास यादव, एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय व डीएस डॉ विजय कुमार के साथ डीसी ने अस्पताल की सुरक्षा से संबंधित बैठक भी की. बैठक के बाद पत्रकारों से डीसी ने कहा कि अस्पताल में चल रहे निर्माण संबंधी कार्यों को 30 नवंबर तक पूरा कराने का समय दिया गया है. इसके बाद अस्पताल का पूरा स्वरूप बदला-बदला नजर आयेगा. अस्पताल की साफ-सफाई कर सौंदर्यीकरण भी कराया जायेगा. वहीं अस्पताल के मुख्य भवन से मेटरनिटी बिल्डिंग को जोड़ा जायेगा. अस्पताल परिसर के शौचालय से होने वाले पानी रिसाव बंद कर अत्याधुनिक बनाने का निर्देश दिया गया है. अस्पताल में लिफ्ट लगाने की दिशा में डीपीआर तैयार करने को कहा गया.
पीएम हाउस में खरीदे जायेंगे फ्रीजर
निरीक्षण के क्रम में डीसी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. खुले में रखे लाश की बदबू से आखिर में उन्हें भी नाक बंद करना पड़ा. इसके बाद डीसी ने अस्पताल के डीएस से कहा कि आगामी अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में एक साथ दो लाश रखने वाली फ्रीजर क्रय से संबंधित प्रस्ताव लिया जायेगा. इसके बाद भी अगर जरूरत पड़े तो दूसरी फ्रीजर का भी क्रय कराया जायेगा. फ्रीजर खरीद होने के बाद पोस्टमार्टम हाउस से बदबू नहीं आयेगी.
एसआरएल पैथोलॉजी व डिजिटल एक्सरे कक्ष में पहुंचे डीसी : निरीक्षण के दौरान एसआरएल पैथोलॉजी व आउटसोर्सिंग के जरिए खुल रहे एक्सरे कक्ष भी पहुंचे. एसआरएल की पैथोलॉजी में डीसी ने डेंगू टेस्ट के शुल्क के बारे में पूछा. इसके बाद पैथोलॉजी वालों से कहा कि सभी जांच सुविधा व शुल्क से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड बाहर में लगवाएं.
अस्पताल की सुरक्षा में लगेंगे गृहरक्षक
सीएस कक्ष में डीसी ने अस्पताल की सुरक्षा से संबंधित बैठक की. बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किये गये. इसके बाद डीसी ने पत्रकारों से कहा कि आये दिन अस्पताल में लोग हंगामा कर डॉक्टरों के साथ बदसलूकी करते हैं. इसे रोकने के लिए अस्पताल में सुरक्षा के ख्याल से एक अस्थायी पिकेट बनाकर गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति करायी जायेगी. निरीक्षण में डीसी के साथ सीएस डॉ झा, एसडीओ रामनिवास यादव, एसडीपीओ पांडेय, डीएस डॉ विजय कुमार व अस्पताल मैनेजर चंद्रशेखर महतो भी थे.
अत्याधुनिक रसोई घर बनायें
निरीक्षण के क्रम में डीसी अस्पताल की रसोईघर में घुसे, वहां की गंदगी देख सफाई कराने का निर्देश दिया. इस क्रम में डीसी ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि रसोई घर को अत्याधुनिक बनाया जाये. वहीं रैंप की तरफ की गंदगी को साफ कराने का भी निर्देश दिया.