सुनील ने बताया कि 16 सितंबर को 8 एचपी मोटर से ग्रील बनाने की दुकान में बिजली उपयोग को लेकर 1.60 लाख जुर्माना करने की बात कह कर उसका भयादोहन किया गया. बाद में 35 हजार रुपये पर मामला निबटाने की बात प्रकाश ने कही. उस दिन विद्युत विभाग के टीम के साथ वह भी था. उसी ने तत्काल 4000 रुपये लेकर शेष रकम जल्द चुकाने की बात कही थी.
इसके बाद ही सुनील ने एसीबी कार्यालय में शिकायत की. बुधवार को एसीबी ने उसकी शिकायत का सत्यापन कर जाल बिछा केमिकल लगे पैसे शिकायकर्ता को दिये. शिकायतकर्ता ने प्रकाश को फोन कर पैसे लेने के लिए बुलाया. टावर चौक के समीप पैसे लेन-देन के बाद एसीबी टीम ने उसे धर दबोचा. शिकायकर्ता सुनील ने बताया कि दो साल पूर्व भी कनेक्शन लेने के नाम पर 20 हजार रुपये का ठगी उससे प्रकाश ने की थी.