चतरा. सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक व स्वास्थ्य मनमाने ढंग से काम करते है. व्यवस्था सुधार के बजाय खराब होते जा रही है. सोमवार को अस्पताल के दोनों ओपीडी में करीब 50 मिनट तक चिकित्सक नहीं थे, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी हुई. मरीज डॉक्टर के इंतजार में बैठे रहे. शहर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीणों से भी मरीज सदर अस्पताल पहुंचे थे. ओपीडी में एक भी डॉक्टर नहीं रहने से उन्हे निराश हुई. बाद में डॉक्टर ओपीडी में पहुंचकर मरीजों का इलाज शुरू किया. दोपहर 2:20 बजे से 3:10 बजे तक ओपीडी में डॉक्टर नहीं थे. मरीजों ने उपायुक्त रमेश घोलप से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने की मांग की. इस संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ मनीष लाल ने कहा कि 10 से 15 मिनट के लिए ओपीडी में चिकित्सक नहीं थे. मैं खुद ओटी में ऑपरेशन कर रहा था. डॉ आशीष कुमार इमरजेंसी वार्ड, डॉ प्राधी हांसदा महिला वार्ड व डॉ असद दंत चिकित्सक वार्ड में इलाज कर रहे थे. इमरजेंसी के बाद डॉक्टर ओपीडी में पहुंच कर सभी मरीजों का इलाज किया. एक घंटे तक अस्पताल में डॉक्टर नहीं रहने की बात गलत है.
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