चतरा. जिले में लगातार तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग घरों में कैद हो गये हैं. पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है. कई जगहो पर जल-जमाव से लोगों की परेशानियां बढ़ गयी है. भारी बारिश से कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया, जिससे कई सामान बर्बाद हो गये. सड़क पर जल-जमाव से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बारिश से नदियां उफान में है. शहर में हो रही लगातार बारिश ने नगर परिषद का पोल खोलकर रख दिया. कई जगहों पर नाली का पानी सड़क पर बहता रहा. जिले में गुरुवार को भी विद्यालय खुले रहे. बच्चे बारिश में भींग कर स्कूल जाते नजर आये. कई प्रखंडों में काफी संख्या में खपरैल घर ध्वस्त हो गये, जिससे लोगों को रहने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. कई जगहों पर पेड़ सड़क पर गिर गये, तो कई स्थानों पर सड़क ही बह जाने से आवागमन में परेशानी हुई. तीन दिनों में 300 से अधिक मिलीमीटर बारिश हुई है. बारिश के कारण क्षेत्र पानी-पानी हो गया है. सबसे अधिक परेशानी दैनिक मजदूरों को हुई. नदी के धार में बहने से महिला की मौत: मैराग नदी की तेज धार में बुधवार की शाम प्रतापपुर प्रखंड के मैराग गांव निवासी सुमित्रा देवी (55) पति-भूपन यादव बह गयी. उसका शव गुरुवार को लथरवा नदी में मिला. महिला जानवर चराने गयी थी. वापस घर लौटने के दौरान नदी की तेज में बह गयी. घटना के बाद परिवार में मातम का माहौल है.
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