नोवामुंडी.नोवामुंडी थाना क्षेत्र के पदापहाड़ गांव में डांगुवापोसी से ओडिशा के जुरूली तक नयी रेल पटरी बिछाने के लिए रेलवे विभाग की ओर से जमीन की मापी का कार्य किया जा रहा था. जिसे पदापहाड़ गांव के रैयत व जमीन बचाओ संघर्ष समिति ने स्थल पर जाकर रोकवा दिया. रैयतों का नेतृत्व पूर्व विधायक मंगलसिंह बोबोंगा, झारखंड आंदोलनकारी फिरोज अहमद, पवन सिंह, अशोक पान, राजेंद्र बलमुचू व ग्रामीण मुंडा लक्ष्मण बलमुचू ने संयुक्त रूप से किया.
2009 में 70 रैयतों की जमीन का हुआ अधिग्रहण : बोबोंगा
मौके पर पूर्व विधायक श्री बोबोंगा व मुंडा लक्ष्मण बलमुचू ने बताया कि 2009 में रेलवे विभाग ने नयी रेल लाइन बिछाने के लिये पदापहाड़ व सरबिल गांवों के कुल 70 रैयतों की जमीन का अधिग्रहण कर लिया था. इनमें से अधिकतर किसानों को जमीन के बदले अभी तक नौकरी व मुआवजा का भुगतान नहीं किया गया. रेलवे विभाग पूर्व के रैयतों को जमीन के बदले न नौकरी दी और न ही मुआवजा भुगतान किया, लेकिन अभी चोरी छिपे रेलवे लाइन बिछाने के लिये जमीन की मापी कर रहा है. जब वार्ता होगी व उनकी बातें को सुनी जायेंगी, तभी नयी रेलवे लाइन बिछाने के लिये कृषक जमीन देंगे और मापी भी करवायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है