चक्रधरपुर.
उर्दू दिवस पर झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की विशेष बैठक आयोजित की गयी. इस अवसर पर महान शायर, दार्शनिक और चिंतक डॉ. अल्लामा मोहम्मद इकबाल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी. उनकी साहित्यिक और वैचारिक सेवाओं को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इकबाल ने अपनी शायरी के माध्यम से पूरी उम्मत को जागरूक करने का कार्य किया. संघ के महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि इकबाल ने युवाओं को आत्मविश्वास, कर्मशीलता और खुदी के सिद्धांत पर चलने की प्रेरणा दी. उनकी नज़्में आज भी इंसान को मेहनत, ईमान और आत्मनिर्भरता की राह दिखाती हैं. उन्होंने कहा कि ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले, ख़ुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है” जैसी पंक्तियां हर इंसान के लिए प्रेरणास्रोत हैं.उर्दू विषय का प्रश्नपत्र उर्दू भाषा में तैयार करने की मांग
पहला, आगामी 16 दिसंबर से आयोजित एसए-1 परीक्षा में वर्ग 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए उर्दू विषय का प्रश्नपत्र उर्दू भाषा में तैयार करने की मांग की गयी. दूसरा, संघ ने इस बात पर असंतोष व्यक्त किया कि अब तक उर्दू विद्यालयों के लिए अलग से वार्षिक अवकाश सूची जारी नहीं की गयी है. जेसीइआरटी से आग्रह किया गया कि वर्ष 2026 की अवकाश तालिका में उर्दू विद्यालयों की सूची पृथक जारी की जाए. तीसरा, संघ ने जैक द्वारा मदरसा बोर्ड अंतर्गत जारी आलीम और फाजिल की डिग्रियों को गलत बताया और कहा कि यह अधिकार रांची विश्वविद्यालय का है. संघ ने राज्य सरकार से विशेष कैबिनेट बुलाकर रांची विश्वविद्यालय को इन परीक्षाओं के संचालन की अनुमति देने की मांग की. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान ने की तथा संचालन महासचिव अमीन अहमद ने किया. इस अवसर पर अब्दुल गफ्फार अंसारी, गुलाम अहमद, शाहिद अनवर, साबिर अहमद, एनामुल हक़, शहज़ाद अनवर, मोहम्मद फखरुद्दीन, महफूजूर रहमान, मोहम्मद शमशेर आलम, मोहम्मद फिरोज, मुजाहिद हुसैन, मोहम्मद नसीमुद्दीन, फजल बलखी, मोहम्मद दिलदार, अयूब खान, साज़िद खान और अफज़ल मल्लिक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

