चाईबासा. प. सिंहभूम के एसपी अमित रेनू ने शनिवार को कॉन्फ्रेंस हॉल में जिले के सभी थानों के बाल कल्याण पदाधिकारियों को बाल मित्र थाना निर्माण व संचालन का निर्देश दिया. उन्होंने तीन दिनों के भीतर प्रगति साझा करने को कहा. एसपी ने बताया कि यूनिसेफ, सीसीआर और एनयूएसआरएल के सहयोग से बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों का सात चरणों वाला संवेदनशीलता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य किशोर पुलिस इकाइयों को सशक्त बनाना और बाल संरक्षण प्रतिक्रिया को प्रभावी बनाना है. जिले के 26 थानों से आये अधिकारियों ने कार्यशाला में भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत सीसीआर व एनयूएसआरएल के अनिरुद्ध सरकार के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने देखभाल योजनाओं पर प्रकाश डाला. रांची से आये डॉ. राजीव कुमार ने बाल मनोविज्ञान, विकास चरणों और सीआइसीएल बच्चों के भावनात्मक पैटर्न पर व्याख्यान दिया. मुख्य सत्रों में बाल विभाग, लैंगिक शोषण व विधि से संघर्षरत बच्चों पर केस स्टडी आधारित अभ्यास करवाया गया. कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के मो. शमीम और पीसीआइ इंडिया के सलाहकार हिमांशु जेना भी मौजूद रहे.
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